अमेरिकी टीवी प्रेजेंटेटर बिल मेर ( Bill Maher ) ने एक शो के दौरान भारत के लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ा ही बकवास और झूठा दावा कर विवाद खड़ा कर दिया। लोकसभा चुनाव में बीजेपी और एनडीए की प्रचंड जीत के तथ्य की अनदेखी करते हुए बिल मेर ने लाइव शो के दौरान कह दिया कि ‘पीएम मोदी को बड़ी हार’ मिली है।
बिल मेर ने अपने शो के दौरान ये विवादित दावे किए, जो गुरुवार (20 जून) को प्रसारित हुआ। शो के एक अतिथि ‘पत्रकार’ जोएल स्टीन थे, जिन्होंने दावा किया कि संयुक्त राज्य अमेरिका में बड़े पैमाने पर अप्रवास का मुद्दा दक्षिणपंथियों का प्रोपेगेंडा है। जोएल स्लीन ने कहा, “अप्रवासन के अलावा दक्षिणपंथी पार्टियों के कई लोक लुभावन वादे भी अहम है। मेरा मतलब है कि भारत में अति दक्षिणपंथी पॉपुलिज्म है।” ठीक उसी समय बिल मेर ने हस्तक्षेप किया और दावा किया कि भारत में लोगों ने ‘दक्षिणपंथी राजनीति’ को अस्वीकार कर दिया है।
This issue is going to get the Democrats fucked on Election Day. pic.twitter.com/fmRxrJ7ELQ
— Bill Maher (@billmaher) June 20, 2024
बिल मेर ने अपनी अज्ञानता दिखाते हुए कहा, “अभी खारिज (दक्षिणपंथ) हो गया, मोदी ने उन चुनावों में बड़ी हार का सामना किया।” बिल माहेर जो दावा कर रहे हैं, वो पूरी तरह से गलत है, क्योंकि पीएम मोदी की अगुवाई में बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 240 सीटें हासिल की है और सबसे बड़ी पार्टी है। ये किसी भी राजनीतिक पार्टी का 1983 से 2013 के बीच सबसे बड़ी चुनावी जीत है। साल 2014 और 2019 में बीजेपी को ही इससे बड़ी जीत मिली थी।
भारत के कुल 230 मिलियन लोगों ने पीएम मोदी के नेतृत्व वाले बीजेपी को वोट दिया है, जो कि साल 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में जो बायडेन और डोनाल्ड ट्रम्प को मिले कुल वोटों से भी अधिक है। हालाँकि यह सच है कि बीजेपी पूर्ण बहुमत के आँकड़े से 32 सीटें पीछे रह गई, लेकिन भगवा पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के अपने सहयोगियों और स्वतंत्र उम्मीदवारों की मदद से आसानी से बहुमत हासिल करने में सफल रही।
‘नैतिक जीत’ का भ्रम फैला रही कॉन्ग्रेस
मौजूदा समय में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के पास लोकसभा में 300 से अधिक सीटें हैं। वहीं, इसके उलट कॉन्ग्रेस और इंडी उसका महागठबंधन 4 जून 2024 को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से ही ‘नैतिक जीत’ का दावा कर रहा है। कॉन्ग्रेस और इंडी गठबंधन का दावा न सिर्फ पूरी तरह से गलत है, बल्कि ये दुष्प्रचार के सिवा कुछ भी नहीं है।
जिन्हें नहीं पता, उन्हें बता दें कि पिछले 28 सालों (1985-2013) में किसी भी राजनीतिक दल को 240 या उससे ज़्यादा सीटें नहीं मिली थीं। बीजेपी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में 282 सीटें और 2019 के लोकसभा चुनाव में 303 सीटें जीतकर इस ट्रेंड को पलट दिया था। हालाँकि इस चुनाव में पिछले 2 चुनावों की तरह बीजेपी को प्रचंड बहुमत तो नहीं मिला है, लेकिन बीजेपी की वर्तमान 240 सीटें भी कॉन्ग्रेस पार्टी के पिछले 40 साल के चुनावी प्रदर्शन से भी काफी बेहतर है।
वैसे कॉन्ग्रेस जोकि बीजेपी के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है, ने साल 2014 में 44 सीटें, साल 2019 में 52 सीटें और साल 2024 यानी अभी के चुनाव में 99 सीटें ही जीती हैं। पिछले तीनों चुनाव को मिला लें, तब भी कॉन्ग्रेस सिर्फ 195 सीटें ही जीत पाई है, जबकि इसकी तुलना में अकेले 2024 में ही बीजेपी ने 240 सीटें जीती हैं, जो कॉन्ग्रेस के तीन चुनावों की तुलना में अकेले एक बार में 55 सीटें ज्यादा हैं।
बिल माहेर को भारतीय लोकतंत्र की समझ ही नहीं?
अमेरिटी टीवी प्रेजेंटर बिल मेर को लगता है कि भारतीय लोकतंत्र और चुनावी प्रक्रिया की समझ ही नहीं है और न ही वो इसके बारे में कोई रिसर्च करते हैं। ऐसे में बता दें कि पीएम मोदी साल 1962 के बाद पहले ऐसे नेता हैं, जिन्होंने लगातार तीन लोकसभा चुनाव जीता और तीन बार प्रधानमंत्री बने हैं। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि पिछले 52 सालों में ऐसा कभी नहीं हुआ। वो भी तब, जब इंडी गठबंधन में 20 से अधिक पार्टियाँ नरेंद्र मोदी का रास्ता रोकने के लिए पूरा दमखम लगाए हुई थी। उन सभी पार्टियों के गठबंधन की तुलना में अकेले बीजेपी ने ज्यादा सीटें जीती हैं, ऐसे में ये नरेंद्र मोदी या बीजेपी की हार कैसे हो गई?
इसके बावजूद बिल मेर ने सभी तथ्यों को नजरअंदाज करते हुए ये घोषणा कर दी कि ‘पीएम मोदी भारत के लोकसभा चुनाव में हार गए हैं।’ बिल मेर ने जो कुछ भी कहा, वो न सिर्फ कॉन्ग्रेस के नैतिक जीत के भ्रम में आने की बात है, बल्कि तथ्यों की जानकारी न होना भी है। ऐसे में बिल माहेर को चाहिए कि वो किसी भी जानकारी को दर्शकों के सामने ‘परोसने’ से पहले उसकी जाँच कर लें, वर्ना खिल्ली उड़नी भी तय है।