राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने एक ऐसे मामले का संज्ञान लिया है, जिसमें माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर एक ट्विटर यूजर द्वारा एक नाबालिग लड़की को धमकाया और प्रताड़ित किया गया था। आयोग के चेयरपर्सन प्रियंक कानूनगो ने शनिवार (अगस्त 8, 2020) शाम ट्विटर पर इसकी जानकारी दी।
कानूनगो ने बताया कि ट्विटर इंडिया और संबंधित कानून प्रवर्तन अधिकारियों को ट्वीट के बारे में सूचित किया गया है, और उन्हें उचित कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।
The Commission has taken cognizance of the case of threatening and torturing a girl child through Twitter. necessary communication have been issued to @TwitterIndia and concerned law enforcement authorities for appropriate action.
— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) August 8, 2020
बता दें कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) भारत की संसद के एक अधिनियम द्वारा स्थापित एक वैधानिक निकाय है। यह भारत सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय के तहत काम करता है।
हालाँकि, NCPCR की चेयरपर्सन ने उस ट्वीट का जिक्र नहीं किया है, जिसके खिलाफ आयोग ने कार्रवाई की है, मगर हमारे सूत्रों ने जानकारी दी है कि यह इस्लामिक प्रोपेगेंडा वेबसाइट ऑल्टन्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर द्वारा पोस्ट किए गए एक ट्वीट से संबंधित है।
Forum for Indigenous Rights- North-East India नामक संस्था ने भी पुष्टि की है कि NCPCR मोहम्मद जुबैर के ट्वीट के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। बता दें कि Forum for Indigenous Rights- North-East India पूर्वोत्तर भारत के लोगों के अधिकारों के लिए काम करने वाला एक संगठन है।
Major victory✌️
— Forum for Indigenous Rights- North-East India (@fir_ne) August 8, 2020
Based on our complaint, @NCPCR_ has taken due cognizance of crime on minor girl, by one @zoo_bear on Twitter!
Legal Agencies put into action with appropriate clauses!
Thank you for your prompt action@KanoongoPriyank
Cc @TwitterIndiahttps://t.co/NysSLfaj47 https://t.co/lkmmTAZzkx
ऑल्टन्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर द्वारा नाबालिग लड़की की तस्वीर सार्वजानिक करने के बाद संगठन ने लड़की के ऑनलाइन उत्पीड़न और धमकियों के खिलाफ कार्रवाई की माँग करते हुए आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी।
उन्होंने जुबैर के खिलाफ गैर-जमानती वारंट दर्ज करने के लिए आयोग से अनुरोध किया था, और उसके खिलाफ POCSO और अन्य संबंधित कानूनों के तहत मामला दर्ज करने को कहा था।
गौरतलब है कि फैक्ट चेकिंग के नाम पर लोगों की निजी और गोपनीय जानकारियाँ सार्वजानिक करने के लिए कुख्यात समूह ऑल्टन्यूज़ के संस्थापकों में से एक मोहम्मद जुबैर शुक्रवार (अगस्त 07, 2020) को जगदीश सिंह नाम के एक ट्विटर यूजर को सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा कर रहा था, तब उसने एक नाबालिग युवती की तस्वीर को ही सार्वजानिक कर दिया। इस युवती को कथित तौर पर उन्हीं ट्विटर यूजर की जगदीश सिंह की पोती बताया जा रहा है।
हालाँकि, जुबैर ने फोटो में लड़की के चेहरे को धुँधला कर दिया था, लेकिन यह तथ्य अभी भी बना हुआ है कि उसने इन्टरनेट पर एक बहस को जीतेने के लिए एक नाबालिग छोटी लड़की का इस्तेमाल किया। इसके बाद बच्ची को रेप और हत्या की धमकियाँ मिलने लगी।