Monday, December 23, 2024
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‘हिम्मत कैसे हुई तवायफ के बच्चे की’ – शोएब ने पैनेलिस्ट को कहा, गोस्वामी ने दिखाया बाहर का रास्ता

रिपब्लिक टीवी पर अर्नब गोस्वामी के साथ डिबेट के दौरान इंडिया मुस्लिम फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन के मीडिया कॉर्डिनेटर शोएब जमई ने एक पैनेलिस्ट को 'तवायफ का बच्चा' कह डाला।

रिपब्लिक टीवी पर अर्नब गोस्वामी के साथ डिबेट के दौरान इंडिया मुस्लिम फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन के मीडिया कॉर्डिनेटर शोएब जमई ने एक पैनेलिस्ट को ‘तवायफ का बच्चा’ कह डाला। हालाँकि, शोएब जमई ने ये किस पैनेलिस्ट को कहा, ये मालूम नहीं चल पाया। क्योंकि जिस समय जमई ने डिबेट में आपत्तिजनक टिप्पणी की, उस वक्त 6 अन्य पैनेलिस्ट भी वहाँ मौजूद थे।

अर्नब के शो में सोमवार (जनवरी 27, 2020) को PFI द्वारा सीएए के ख़िलाफ़ हुए दंगों को फंड दिए जाने के खुलासे पर डिबेट चल रहा था। इसी डिबेट के वीडियो में करीब 33 मिनट 50 सेकेंड के स्लॉट में शोएब को नेशनल टेलीवीजन पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते सुना जा सकता है। गौर करने वाली बात है कि शोएब ने डिबेट से जुड़ने के बाद ही इधर-उधर की बातें करनी शुरू कर दी थी। जिसके कारण अर्नब ने कई बार उन्हें डिबेट से हटाने की बात की। लेकिन लगातार हस्तक्षेप के कारण जब उन्हें बोलने दिया गया तो वह किसी पैनेलिस्ट की बात पर नाराज हो गए। शोएब को डिबेट में कहते सुना जा सकता है, “तवायफ के बच्चे की हिम्मत कैसे हुई औरतों और बच्चों के बारे में बोलने की।”

डिबेट से लिया गया स्क्रीनशॉट

वीडियो में देखा जा सकता है कि इन शब्दों को सुनने के बाद अर्नब गोस्वामी काफी नाराज हो गए। उन्होंने तुरंत जमई को डिबेट से हटाने की माँग की और फिर जमई के जाने के बाद गोस्वामी ने तीन बार इसके लिए सबको शुक्रिया कहा।

शोएब जमई का ट्विटर अकॉउंट

उल्लेखनीय है कि शोएब जमई के ट्विटर अकॉउंट के मुताबिक वो खुद को शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन का मीडिया कॉर्डिनेटर बताते हैं और चूँकि कई चैनल के प्राइम टाइम में वो अपनी राय रखने जाते हैं, तो वो खुद को प्राइम टाइम पेनालिस्ट और साइंटिस्ट भी बताते हैं।

जमई के ट्विटर वॉल पर शाहीन बाद प्रदर्शन से जुड़े कई वीडियो डले हुए हैं। अभी हाल ही में उन्होंने एक वीडियो डाली है, जिसमें वे योगेंद्र यादव के कानों में कुछ फुसफुसा रहे हैं। और ट्वीट में दावा कर रह हें योगेंद्र यादव के प्रदर्शन में पहुँचने से उनके आंदोलन को ताकत मिली है।

अभी हाल ही में रिपब्लिक टीवी के एक डिबेट में उन्होंने खुद को शाहीन बाग के प्रदर्शन का आधिकारिक मीडिया कॉर्डिनेटर कहा था। जिसके बाद अशोक पंडित ने उनके पूछा था कि क्या वो कोई जनसंपर्क एजेंसी भी चलाते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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