न्यूज़ ब्रॉडकास्टिंग स्टैंडर्ड अथॉरिटी (NBSA) ने इंडिया टुडे समूह के हिन्दी समाचार चैनल ‘आजतक’ पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। इसकी वजह यह है कि आजतक ने सुशांत सिंह राजपूत मामले में फ़ेक ट्वीट का प्रसारण किया था। NBSA के मुताबिक़ आजतक ने सुशांत सिंह के मामले में बिना पड़ताल किए निराधार ट्वीट साझा किए थे। इस बात को मद्देनज़र रखते हुए NBSA ने आजतक को ऑन एयर माफ़ी माँगने का निर्देश भी दिया है। इस संबंध में आजतक चैनल को टेक्स्ट, तिथि और समय से जुड़ी जानकारी दी जाएगी।
[Breaking] NSBA Imposes a fine of Rs One Lakh to @aajtak for telecasting fake tweets relating to actor late Sushant Singh Rajput.#SushantSingRajputDeathCase #FakeNews pic.twitter.com/UmpnGibQjy
— Live Law (@LiveLawIndia) October 8, 2020
NBSA ने आजतक से कहा है कि वह माफ़ी का सबूत, टेलीकास्ट के 7 दिन के भीतर एसोसिएशन को दे। साथ ही एसोसिएशन ने आदेश जारी होने के 7 दिन के भीतर जुर्माना भरने को कहा है।
इंडिया टुडे के आजतक समाचार चैनल ने हाल ही में स्वर्गीय अभिनेता सुशांत सिंह से जुड़ी कई फ़ेक न्यूज़ साझा की। आजतक ने दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के कथित आखिरी ‘ट्वीट्स’ पर उनकी मौत के दो दिन बाद 16 जून को ख़बर प्रकाशित की थी। आजतक ने यह लेख अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी साझा किया था। आजतक ने जो लिंक साझा किया था उसके भीतर इस बात का दावा किया गया था कि सुशांत ने कथित तौर पर आत्महत्या के संकेत दिए थे। आजतक ने बिना किसी प्रकार का स्पष्टीकरण दिए यह ख़बर (ट्वीट) हटा ली थी। उस ट्वीट का आर्काइव लिंक यहाँ देखा जा सकता है।
NBSA ने आजतक को इस बात के भी निर्देश दिए हैं कि उन्होंने इस कार्यक्रम से संबंधित वीडियो अपनी वेबसाइट पर डाले हैं तो वह 7 दिन के भीतर हटाए जाएँ। इसमें यूट्यूब या किसी भी अन्य श्रेणी के सोशल मीडिया लिंक शामिल हैं।
Newstracklive.com, India.com और news4nation.com समेत ऐसी कई अन्य वेबसाइट हैं, जिन्होंने ठीक आजतक जैसी ख़बर की प्रकाशित की थी। इसमें से newstracklive.com ने ख़बर हटा ली थी तो वहीं India.com ने उस ख़बर को फैक्ट चेक में बदल दिया था। इतना ही नहीं आजतक और इंडिया टीवी जैसे समाचार चैनलों ने सुशांत सिंह राजपूत के अंतिम समय की तस्वीर भी साझा की थी, जो कि सोशल मीडिया पर खूब साझा भी हुई थी। ऑपइंडिया ने इस संबंध में ख़बर भी प्रकाशित की थी जिसमें इन वायरल तस्वीरों को मॉर्फ करके आत्महत्या की बात पर ज़ोर दिया गया था।
इन समाचार चैनलों द्वारा साझा की गई तस्वीरों के मामले में NBSA ने निर्णय लिया कि इन्हें दिशा-निर्देशों की अवहेलना और खासकर जिस तरह आज तक और इंडिया टीवी ने सुशांत सिंह की तस्वीर को दिखाया गया, दोनों बातों के लिए माफ़ी माँगनी होगी। उस दौरान आजतक ने इस मुद्दे पर प्रकाशित अपनी ख़बर में हेडलाइन कुछ इस तरह रखी थी: “ऐसे कैसे हिट विकेट हो गए सुशांत”?, “सुशांत ज़िन्दगी की पिच पर हिट विकेट कैसे हो गए”?, “सुशांत इतने अशांत कैसे”? NBSA ने इस तरह की हर हेडलाइन को निंदनीय बताया और कहा कि इन चैनलों ने कवरेज से संबंधित तयशुदा निर्देशों (Specific Guideline Covering Reportage) का उल्लंघन किया है।
आजतक के अलावा एसोसिएशन ने ज़ी न्यूज़ और न्यूज़ 24 जैसे समाचार चैनलों की सुशांत सिंह मामले पर कवरेज के लिए आलोचना की। इन मीडिया समूहों ने इस मुद्दे पर कुछ ऐसी हेडलाइन का उपयोग किया था, “7 questions on Sushant’s death (सुशांत सिंह की मौत पर 7 सवाल)”, “पटना का सुशांत मुंबई में फेल क्यों”?, “Hey, why didn’t you watch your own film Sushant? (तुमने अपनी ही फिल्म क्यों नहीं देखी)”।
इन सभी बातों के आधार पर NBSA ने आजतक, ज़ी न्यूज़ और न्यूज़ 24 को माफ़ी माँगने का आदेश जारी किया है। इंडिया टुडे समूह ने कुछ समय पहले एक अमान्य थेरेपिस्ट के बयान के आधार पर (जिसके पास मेडिकल लाइसेंस भी नहीं था) सुशांत सिंह राजपूत को मानसिक रूप से अस्वस्थ बताने का प्रयास किया था। वहीं इंडिया टुडे समूह के चर्चित चेहरे राजदीप सरदेसाई ने रिया चक्रवर्ती का साक्षात्कार किया था, जो सुशांत सिंह मामले में मुख्य आरोपित हैं। इस साक्षात्कार का प्रसारण हिन्दी समाचार चैनल आजतक पर हुआ था। साक्षात्कार के प्रसारण के बाद राजदीप सरदेसाई की बड़े पैमाने पर आलोचना भी हुई थी। उन पर आरोप लगा था कि वह मामले की आरोपित रिया चक्रवर्ती की छवि को बेहतर बनाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।