Sunday, December 22, 2024
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‘मैं तो जिंदा हूँ’- TOI ने नीतीश के जीवित मंत्री को मार दिया, खुद को सही-सलामत बताते मंत्रीजी ने किया ट्वीट

“मैं तो जिंदा हूँ। मुझे मृत घोषित करने वाली आपकी गलत स्टोरी ने मेरे परिवार, दोस्तों और समर्थकों को पीड़ा दी है। कृपया अपने ऑनलाइन और प्रिंट प्लेटफ़ॉर्म पर तत्काल स्पष्टीकरण जारी करें और अपने संवाददाताओं / डेस्क को तत्परता के साथ अपना काम सुनिश्चित करने के लिए कहें।”

फेक न्यूज फैलाने के कारण बिहार के मधुबनी से जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने समाचार समूह ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ (TOI) की ट्विटर पर जमकर क्लास लगाई है। बता दें कि  ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने संजय कुमार झा के निधन की झूठी खबर प्रकाशित की थी।

बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरा चरण का मतदान शनिवार (नवंबर 7, 2020) की शाम समाप्त हो गया। इसी बीच ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने खबर प्रकाशित की कि मधुबनी जिले के बेनीपट्टी प्रखंड से चुनावी मैदान में उतरे जदयू के बागी नेता व निर्दलीय उम्मीदवार संजय झा का कोरोना वायरस से निधन हो गया।

टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर

रिपोर्ट में कहा गया कि संजय झा का यहाँ के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में निधन हो गया। वे इस अस्पताल में पिछले 10 दिनों से भर्ती थे। इसमें आगे कहा गया था कि बेनीपट्टी से टिकट न मिलने से नाराज सत्ताधारी जनता दल-युनाइटेड के नेता संजय झा ने पार्टी से बागवत कर पार्टी के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे थे। इससे पहले वह राजद के जिला उपाध्यक्ष भी रहे चुके थे।

संजय कुमार झा ने ट्विटर पर ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ टैग करते हुए लिखा, “मैं तो जिंदा हूँ। मुझे मृत घोषित करने वाली आपकी गलत स्टोरी ने मेरे परिवार, दोस्तों और समर्थकों को पीड़ा दी है। कृपया अपने ऑनलाइन और प्रिंट प्लेटफ़ॉर्म पर तत्काल स्पष्टीकरण जारी करें और अपने संवाददाताओं / डेस्क को तत्परता के साथ अपना काम सुनिश्चित करने के लिए कहें।”

गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने किसी जीवित व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया हो। इससे पहले भी ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ ऐसा कर चुका है। पिछले दिनों ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने ख़बर प्रकाशित किया कि कोलकाता के एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और सास की हत्या कर के ख़ुद को भी गोली मार ली। लेकिन, TOI ने इसमें शिल्पी अग्रवाल नामक फूड ब्लॉगर और उनके पति अमित अग्रवाल की तस्वीर लगा दी। नाम भी उनका ही डाल दिया। जबकि दोनों सकुशल हैं।

जब ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने शिल्पी अग्रवाल और उनके पति की तस्वीर इस हत्याकांड वाली ख़बर में लगा दी तो उनके पास कई मैसेज आने लगे, जिसके बाद उन्हें सफाई देनी पड़ी कि वो ठीक हैं। इसके बाद शिल्पी ने TOI की उस ख़बर को अपने लैपटॉप पर खोल कर उसका वीडियो बनाया और फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा कि देखिए भारत में पत्रकारिता का स्तर कितना नीचे गिर गया है। उन्होंने कहा कि TOI या भारतीय मीडिया में उनका जो भी थोड़ा-बहुत विश्वास बचा था, वो इस ख़बर के साथ ही उड़न-छू हो गया।

बता दें कि मधुबनी के बेनीपट्टी सीट से निर्दलीय उम्‍मीदवार नीरज झा का निधन हो गया है। कोरोना संक्रमित नीरज पिछले कई दिनों से एम्‍स में भर्ती थे। दस दिन पहले उन्‍हें एम्स पटना में भर्ती कराया गया था। उन्‍हें मधुमेह की भी शिकायत थी। एम्‍स में इलाज के दौरान उन्‍होंने शनिवार को अंतिम साँस ली।

नीरज झा के निधन से उनके समर्थकों में शोक की लहर है। नीरज झा जदयू से जुड़े थे लेकिन चुनाव से पहले उन्होंने पार्टी छोड़ निर्दलीय पर्चा भरा था। इस बार बेनीपट्टी सीट से 15 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे थे। जदयू नेता रहे नीरज के चुनाव मैदान में उतरने से बेनीपट्टी सीट पर मुकाबला काफी रोचक हो गया था। उनके निधन की खबर से समर्थक दु:खी हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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