Sunday, November 17, 2024
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बिना फिल्म देखे ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर जहर उगल रही थी ‘मातृभूमि’ की पत्रकार, विवेक अग्निहोत्री ने दिखाया आईना तो डिलीट किया वीडियो

विवेक अग्निहोत्री ने 'मातृभूमि' के पत्रकार के कुतर्क की धज्जियाँ उड़ाते हुए पूछा कि फिर तो हॉलीवुड निर्देशक स्टीवन स्पीलबर्ग को होलोकॉस्ट पर 'Schindler's List (1993)' फिल्म नहीं बनानी चाहिए थी?

कश्मीरी पंडितों के नरसंहार और पलायन को दर्शाती फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को दर्शकों का इतना प्यार मिला कि इसने दुनिया भर में 350 करोड़ रुपए की कमाई कर ली। भारत में भी इसकी नेट कमाई 250 करोड़ रुपए के पार रही। कई थिएटरों में इसने 50 दिन पूरे किए। अब इसे इजरायल में रिलीज किया गया है। लेकिन, मीडिया का एक हिस्सा अब भी इसे बदनाम करने में लगा हुआ है। ताज़ा मामला ‘मातृभूमि’ का है, जिसने हाल ही में विवेक अग्निहोत्री का इंटरव्यू लिया।

विवेक अग्निहोत्री ‘द कश्मीर फाइल्स’ का निर्देशक हैं। वहीं ‘मातृभूमि’ मूल रूप से केरल का एक मलयालम मीडिया संस्थान है, जो अंग्रेजी में भी खबरें देता है। 18 मार्च, 1923 को इस अख़बार की पहली प्रति प्रकाशित हुई थी और फ़िलहाल इसकी 15 लाख प्रतियाँ बिकती हैं। कभी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का समर्थन करने वाला ये मीडिया संस्थान अब प्रोपेगंडा फैलाने में किए लग गया है, इसका ताज़ा उदाहरण हम आपको बताते हैं।

विवेक अग्निहोत्री का इंटरव्यू लेते हुए मधु ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को कला के माध्यम से घृणा फैलाने वाला काम करार दिया। इस पर निर्देशक ने उनसे सवाल दागा कि क्या कश्मीर में हजारों निर्दोष लोगों की हत्या ठीक थी? क्या इस पर चुप्पी जायज है? इस पर मधु कहने लगीं कि ये पहले की बात है और हमें गड़े मुर्दे नहीं उखाड़ने चाहिए। विवेक अग्निहोत्री ने ‘मातृभूमि’ के पत्रकार के कुतर्क की धज्जियाँ उड़ाते हुए पूछा कि फिर तो हॉलीवुड निर्देशक स्टीवन स्पीलबर्ग को होलोकॉस्ट पर ‘Schindler’s List (1993)’ फिल्म नहीं बनानी चाहिए थी?

बता दें कि होलोकॉस्ट, अर्थात जर्मन तानाशाह हिटलर के समय में नाजी फ़ौज के हाथों हुए यहूदियों के नरसंहार पर कई फ़िल्में बन चुकी हैं। मधु ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत फैलाने का आरोप मढ़ दिया। विवेक अग्निहोत्री ने उन्हें याद दिलाया कि कैसे एक महिला को कश्मीर में आड़ी से बीचोंबीच काट दिया गया था। उन्होंने सलाह दी कि हमारा ध्यान कश्मीरी पंडितों के दर्द पर केंद्रित होना चाहिए, न कि राजनीति या विचारधारा पर आधारित प्रोपेगंडा पर।

और सबसे बड़ी बात तो ये है कि ‘मातृभूमि’ की पत्रकार मधु ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर लगातार आरोप लगा रही थीं, लेकिन उन्होंने खुद अब तक ये फिल्म नहीं देखी है। विवेक अग्निहोत्री ने बताया कि कैसे फिल्म में सत्ता की संपूर्ण विफलता को दिखाया गया है। इसे सिस्टम की विफलता को दिखाया गया है। हालाँकि, बेइज्जती से बचने के लिए ‘मातृभूमि’ ने वीडियो के इस हिस्से को इंटरव्यू से डिलीट कर दिया। चैनल को आईना दिखाया जाना पसंद नहीं आया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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