पश्चिम बंगाल में कॉन्ग्रेस कट्टरवादी मौलाना की पार्टी के साथ गठबंधन कर रही है। ऐसे में पत्रकारों (कॉन्ग्रेसी) ने बंगाल चुनाव से ध्यान भटका कर असम की बातें करनी शुरू कर दी है। पत्रकार रोहिणी सिंह लगातार सोशल मीडिया पर असम की बातें कर रही हैं।
ओपिनियन पोल में भी वहाँ भाजपा को वापसी करते हुए दिखाया जा रहा है, बावजूद इसके रोहिणी सिंह सरीखे पत्रकार कॉन्ग्रेस के प्रचारक बन कर दिन-रात एक हुए हैं।
रोहिणी सिंह ने ट्विटर पर लिखा, “जितने भी राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, उन सब में असम में कॉन्ग्रेस का प्रचार अभियान सटीक तरीके से चल रहा है। साथ ही सभी नेताओं ने ध्यान भी दिया हुआ है। सभी नेता ठीक तरह से साथ मिल कर कार्य कर रहे हैं। अभी शुरुआती दौर में कुछ भी कहना मुश्किल है कि क्या होगा, क्योंकि भाजपा राज्य में खासी मजबूत है।”
ट्विटर पर उन्होंने कॉन्ग्रेस की खूब तारीफ की। साथ ही वो अपने हैंडल से गौरव गोगोई के ट्वीट्स भी रीट्वीट कर रही हैं, जो असम में कॉन्ग्रेस के बड़े नेता हैं।
उन्होंने उनकी बड़ाई करते हुए लिखा भी कि गौरव गोगोई जैसे ‘युवा नेता’ अपनी पार्टी के लिए कड़ी मेहनत करते हुए चुनाव प्रचार में लगे हैं, वहीं आनंद शर्मा जैसे अनुभवी और विभिन्न पदों पर बैठे नेता चुनाव के बीच में अपनी ही पार्टी पर हमला बोल रहे हैं। उन्होंने दोनों को एकदम उलटा करार दिया। उनका इशारा G-23 की तरफ था।
Kaam mil gaya pic.twitter.com/v0TBs3gbaS
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) March 2, 2021
जम्मू में कॉन्ग्रेस के 23 अनुभवी नेताओं ने मिल कर आलाकमान को कड़ा संदेश दिया। पार्टी में लोकतंत्र की स्थापना और अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराने की माँग की गई।
रोहिणी सिंह ने ये भी लिखा कि असम का चुनाव पश्चिम बंगाल से खासा रोचक होगा। जब एक व्यक्ति ने खंडित जनादेश की भविष्यवाणी की तो रोहिणी ने लिखा कि कॉन्ग्रेस वहाँ रोचक चुनाव प्रचार अभियान चला रही है और देखते हैं कि क्या होता है।
दरअसल, ये सब इसीलिए किया जा रहा है ताकि पश्चिम बंगाल में कॉन्ग्रेस की कलह और इस्लामी कट्टरपंथियों से गठजोड़ को छिपाया जा सके।
पश्चिम बंगाल में गठबंधन को लेकर कलह अब सामने है। प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी और आनंद शर्मा आपस में लड़ रहे हैं। फुरफुरा शरीफ के मौलाना अब्बास सिद्दीकी को गठबंधन में शामिल किया गया है, जो भारतीयों को वायरस से मरने की दुआ माँगता है। साथ ही वो मुस्लिमों के बहुमत में होने की बात भी करता है।
Smt. @priyankagandhi learns the intricacies of tea leaf plucking directly from the women tea workers at Sadhuru tea garden, Assam.#AssamWithPriyankaGandhi pic.twitter.com/605Kuah2UL
— Congress (@INCIndia) March 2, 2021
फ़िलहाल प्रियंका गाँधी चुनाव प्रचार के क्रम में असम पहुँची हुई हैं और चाय बागान में काम करने वाले मजदूरों के साथ उन्होंने पत्तियाँ तोड़ते हुए कई तस्वीरें भी क्लिक करवाई हैं, जिन्हें कॉन्ग्रेस ने सोशल मीडिया पर शेयर किया।
साधुरु टी गार्डन में प्रियंका ने मजदूरों के साथ मुलाकात की। हालाँकि, इस दौरान वो कई बार असहज भी नजर आईं और अपने सिर पर रखे गमछे को संभालती हुई दिखीं, जिसे मजदूर महिलाओं ने ठीक किया।