पश्चिम बंगाल में भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने टाइम्स नाउ की एक रिपोर्ट को बकवास बताया है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि राज्य में बीजेपी के 21 नेता तृणमूल कॉन्ग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो सकते हैं। इनमें 4 सांसद, 1 विधायक और 16 पार्षद शामिल हैं। मुकुल रॉय ने इस खबर को फर्जी, बेबुनियाद और मनगढ़ंत बताया।
@TimesNow https://t.co/TnDyiqdfkf
— Mukul Roy (@MukulR_Official) August 3, 2020
Another baseless, bogus concoction. Such news can damage the credence of media in the larger society!
टाइम्स नाउ ने यह दावा तृणमूल कॉन्ग्रेस के सूत्रों के हवाले से किया। इसमें दावा किया गया कि आने वाले दिनों में 21 बीजेपी नेता टीएमसी में शामिल हो सकते हैं। इनमें 4 सांसदों में से तीन ऐसे सांसद हैं, जिन्होंने पिछले साल लोकसभा चुनाव से ठीक पहले या बाद में बीजेपी का दामन थामा था। इसके अलावा एक विधायक भी टीएमसी में घर वापसी की चाह में हैं।
पत्रकार तमाल साहा ने आगे दावा किया कि एक बीजेपी सांसद, जो दो बार सांसद रह चुके हैं और पश्चिम बंगाल से बताए जा रहे हैं, वह भी पिछले तीन महीनों से दिल्ली में टीएमसी नेताओं से संपर्क बनाए हुए हैं और टीएमसी में शामिल होने की इच्छा जता चुके हैं। बीजेपी ने पूरी रिपोर्ट को बकवास करार दिया।
टाइम्स नाउ ने आगे दावा किया कि राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष और मुकुल रॉय के बीच कथित रूप से तनातनी चल रही है। चैनल ने इस बात पर भी जोर दिया कि मुकुल रॉय भाजपा के प्रमुख नेताओं में से एक हैं, जो बीजेपी छोड़ने को इच्छुक थे।
भाजपा ने पार्टी के खिलाफ मनगढंत समाचारों के प्रचार के लिए चैनल के एडिटर इन चीफ को पत्र लिख कर फटकार लगाई। पत्र में बंगाल में भाजपा के मीडिया प्रभारी सप्तर्षि चौधरी ने लिखा, ”अपने चैनल द्वारा प्रसारित समाचार में आपने बताया है कि 4 सांसदों और 1 विधायक सहित 21 भाजपा नेताओं के टीएमसी में शामिल होने की संभावना है। आपने भ्रम पैदा करने के एकमात्र उद्देश्य से कई ज्ञात चेहरों के लिए संकेत दिया है। यदि आप अपनी खबरों के बारे में निश्चित हैं, तो आप आसानी से व्यक्तियों का नाम ले सकते हैं।”
पत्र में आगे लिखा गया, “आपने अपनी खबर में किसी का नाम नहीं लिया, जिससे साबित होता है कि आपकी खबर का जमीनी हकीकत से कोई वास्ता नहीं है। हाल के दिनों में, आपने पश्चिम बंगाल बीजेपी की छवि को धूमिल करने के लिए खबरें प्रकाशित की हैं।”
सप्तर्षि चौधरी ने पत्र में आगे लिखा, “आपसे अनुरोध है कि खबर के स्रोत का खुलासा करें और फर्जी कहानी को प्रसारित करने के लिए बिना शर्त माफी माँगें। आपसे यह भी अनुरोध है कि नामों का खुलासा करें अन्यथा कानून का रास्ता अपनाना होगा और इसके जिम्मेदार आप होंगे। मैं आपसे निवेदन करना चाहता हूँ कि भविष्य में ऐसी फर्जी कहानियों को प्रकाशित करने से खुद को रोकें अन्यथा मेरे पास कानूनी कदम उठाने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।”
All those people and news channels who are jealous of the rise of @BJP4Bengal in Paschim Banga are regularly circulating fake news. Shameful! pic.twitter.com/3UTfaVEfSc
— Dilip Ghosh (@DilipGhoshBJP) August 3, 2020
दिलीप घोष ने कहा, “वे सभी लोग और समाचार चैनल जो पाश्चिम बंगाल में भाजपा के उदय से ईर्ष्या कर रहे हैं, वे नियमित रूप से फर्जी समाचार प्रसारित कर रहे हैं।” उन्होंने इसे शर्मनाक बताया है। पश्चिम बंगाल में भाजपा के अन्य निर्वाचित प्रतिनिधि भी रिपोर्ट को बकवास करने के लिए आगे आए।