दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सबसे बड़े ड्रग नेक्सस का खुलासा करते हुए चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 354 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई है। अधिकारियों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस हेरोइन की कीमत लगभग 2500 करोड़ रुपए से भी अधिक है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में से एक अफगानिस्तान, एक दिल्ली और दो पंजाब के रहने वाले हैं। दिल्ली पुलिस को अपने विश्वसनीय सूत्र से मिली जानकारी के बाद यह कार्रवाई की गई।
Delhi Police Special Cell arrests four persons for possession of more than 350kg heroin worth over Rs 2,500 crores pic.twitter.com/n85UQ0Fr8Q
— ANI (@ANI) July 10, 2021
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाह ने बताया कि सोमवार (05 जुलाई 2021) को यह जानकारी मिली कि दक्षिण दिल्ली के एक इलाके में एक व्यक्ति नशीले पदार्थ की डिलीवरी करने वाला है। जानकारी मिलने के बाद आरोपित को पकड़ने के लिए पूरी तैयारी की गई और जब आरोपित 1 किलोग्राम के हेरोइन की डिलीवरी करने के लिए आया तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित रिजवान कश्मीरी ने बताया कि वह एक अफगानी महिला ईशा खान के अंडर काम कर रहा था जो कि भारत छोड़कर अफगानिस्तान जा चुकी है।
रिजवान ने पुलिस को बताया कि ईशा ने ही उसे जालंधर, पंजाब के रहने वाले गुरप्रीत सिंह और गुरजोत सिंह से संपर्क करने के लिए कहा था। दोनों ही हरियाणा के फरीदाबाद से ड्रग रैकेट चला रहे थे। रिजवान से प्राप्त जानकारी के बाद गुरप्रीत और गुरजोत को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों गिरफ्तार आरोपितों से 166 किलोग्राम और 115 किलोग्राम हेरोइन बरामद हुआ जो दो कारों में रखा गया था। बाद में पुलिस ने दोनों आरोपितों के किराए के घर से 70 किलोग्राम हेरोइन भी बरामद किया।
रिजवान के द्वारा ही दी गई सूचना के आधार पर पुलिस ने गुरुग्राम से अफगानी नागरिक हजरत अली को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 2 किग्रा हेरोइन बरामद हुआ। डीसीपी सिंह के अनुसार आरोपितों से 100 किग्रा केमिकल भी बरामद किया गया है, जिसका उच्च क्वालिटी वाले हेरोइन के निर्माण में किया जाता है।
यह संभावना जताई जा रही है कि यह मामला नार्को टेररिज्म से जुड़ा हुआ हो सकता है और इसकी जाँच भी इसी एंगल के आधार पर भी की जा रही है। साथ ही इस पूरे ड्रग नेक्सस के तार पाकिस्तान से जुड़े होने की संभावना भी है।
दिल्ली पॉलिक के मुताबिक यह ऑपरेशन कई महीनों से चल रहा था। हेरोइन की यह खेप कंटेनर्स में छुपाकर समुद्र के रास्ते मुंबई और फिर दिल्ली लाई गई थी। इसे मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में स्थित किसी स्थान पर केमिकल के उपयोग से और भी बेहतर क्वालिटी का बनाया जाना था और अंततः यह हेरोइन पंजाब लाया जाता।
फरीदाबाद में इस हेरोइन को छुपाने के लिए किराए का मकान लिया गया था। इस पूरे मामले में पाकिस्तान से पैसों की सप्लाई के सबूत भी मिले हैं। इसी साल मई में 125 किलोग्राम हेरोइन की खेप के साथ दो अफ़गान नागरिकों को गिरफ्तार किया गए था, जिसके बाद दिल्ली पुलिस को लगातार इस ड्रग नेक्सस की जानकारी मिल रही थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गिरफ्तार आरोपित इस ड्रग रैकेट के लगा-अलग समूहों से संबंध रखते हैं। इस पूरे ड्रग रैकेट के तार भारत के पंजाब, जम्मू और कश्मीर, राजस्थान, हरियाणा और अन्य कई राज्यों समेत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जुड़े हुए हैं।