दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, एनआईए, झारखंड एटीएस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेन्ट (AQIS) के जिस मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है, उसका मुखिया राँची के अस्पताल में काम करने वाला डॉक्टर इश्तियाक निकला है। वो आतंकियों को हमले की ट्रेनिंग भी दे रहा था, जिसमें से 6 आतंकी राजस्थान के भिवाड़ी में ट्रेनिंग करते पकड़े गए हैं। तो झारखंड के अलग-अलग हिस्सों से 8 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। एक आतंकवादी की गिरफ्तारी यूपी से की गई है। अब तक इस मॉड्यूल के 16 आतंकी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेन्ट (AQIS) के आतंकी डॉ इश्तियाक के लिंक हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की वजह बनी जमीन घोटाले से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं। ईटीवी भारत की रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी ने इस मामले में बबलू खान नाम के शख्स को समन किया है। ईडी अब यह जाँच कर रही है कि जमीन घोटाले से अर्जित राशि से कहीं आतंकी संगठन को फंडिंग तो नहीं हुई है।
चूँकि जमीन घोटाले में जेल में बंद अफसर खान और ताल्हा खान का बबलू खान रिश्तेदार है। वहीं, डॉ इश्तियाक बबलू खान के अस्पताल से जुड़ा रहा है। दोनों की पारिवारिक रिश्तेदारी भी है। इसके साथ ही अफसर अली और ताल्हा खान सेना जमीन घोटाला और हेमंत सोरेन से जुड़े जमीन घोटाले में चार्जशीटेड हैं। ऐसे में ईडी ने अपनी जाँच को आतंकवाद की फंडिंग की तरफ भी घुमा दिया है। अब बबलू खान से पूछताछ कर ईडी और अन्य एजेंसियाँ ये पता करेंगी कि कहीं जमीन घोटाले के पैसे का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों की फंडिंग के लिए तो नहीं किया।
डॉ इश्तियाक ने की थी खिलाफत की तैयारी
अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेन्ट (AQIS) के इस मॉड्यूल का संचालन रांची निवासी डॉ. इश्तियाक कर रहा था और उसने इस मॉड्यूल का विस्तार राजस्थान और उत्तर प्रदेश तक कर लिया था। डॉ. इश्तियाक रांची के प्रतिष्ठित मेडिका अस्पताल में सेवा दे रहा था। हालाँकि एटीएस की कार्रवाई के बाद 22 अगस्त को ही मेडिका के मैनेजमेंट ने डॉ. इश्तियाक अहमद को टर्मिनेट कर दिया।
राजस्थान और उत्तर प्रदेश से भी इस मॉड्यूल के आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए आतंकियों के पास से एके-47 सहित कई हथियारों की बरामदगी की भी सूचना है। झारखंड के आईजी ऑपरेशन अमोल होमकर ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आठ लोगों से पूछताछ की जा रही है। डॉक्टर इश्तियाक देश में खिलाफत घोषित करने के साथ कई आतंकी हमलों की फिराक में था।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल से मिले इनपुट पर झारखंड एटीएस ने रांची के बरियातू जोड़ा तालाब के अल हसन रेसीडेंसी में दबिश देकर डॉक्टर इश्तियाक को गिरफ्तार किया, इसके बाद उसके लैपटॉप और मोबाइल फोन की जाँच की। जाँच में कई संदिग्ध चीजें मिलने के बाद एटीएस उसे गुप्त ठिकाने पर ले गई, जहाँ पूछताछ कर यूपी, राजस्थान समेत अन्य शहरों में गतिविधि की जानकारी उससे जुटाई गई। डॉक्टर इश्तियाक को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले जाया जा रहा है।
डॉ इश्तियाक अहमद अलकायदा इन इंडियन सब कॉटिनेंट के इस मॉडयूल को लीड कर रहा था। उसने राजस्थान के भिवंड़ी में भी छह संदिग्धों को ट्रेनिंग के लिए भेजा था। इन सभी की गिरफ्तारी भी राजस्थान पुलिस ने की है। मौके से पुलिस ने एके 47 राइफल, प्वाइंट 38 बोर की रिवाल्वर और छह जिंदा कारतूस , .32 बोर की 30 जिंदा कारतूस, एके 47 की 30 कारतूस, डमी इंसास, एयर राइफल, आयरन एल्बो पाइप, हैंड ग्रेनेड समेत अन्य चीजें जब्त की हैं। खास बात ये है कि राजस्थान के भिवाड़ी से गिरफ्तार किए गए 6 आतंकी भी झारखंड के ही निकले हैं।
डॉ इश्तियाक के बारे में जानिए
- डॉ इश्तियाक पेशे से रेडियोलॉजिस्ट है, जिसने राँची के RIMS से मेडिकल की पढ़ाई की
- मेडिका अस्पताल में 3 साल तक फुल टाइम कर चुका है काम
- बीते 3 साल से पार्ट टाइम दे रहा था मेडिका अस्पताल में सेवा
- हजारीबाग में भी क्लीनिक चलाता है इश्तियाक
- भारत को इस्लामिक देश बनाने की कर रहा था कोशिश
झारखंड से इन आतंकियों की गिरफ्तारी
झारखंड एटीएस की टीम ने गुरुवार (22 अगस्त 2024) लोहरदगा में कुडू के हेंजला कौवाखाप गाँव अलताफ उर्फ इल्ताफ की तलाश में पहुँची थी। उसके घर से दो हथियार और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए। इसके साथ ही राँची के चान्हों इलाके में एटीएस की टीम ने कई जगहों पर दबिश दी। एटीएस ने चान्हों के बलसोकरा के मोहम्मद मोदब्बीर, रिजवान, चटवल के मुफ़्ती रहमतुल्लाह मजहिरी और पिपराटोली के मतिउर रहमान को हिरासत में लिया है।
एटीएस की टीम ने एक साथ चान्हों के बलसोकरा, चटवल, पिपराटोली के अलावा पकरियो गाँव के एनामुल अंसारी, शहबाज अंसारी तथा शहबाज अंसारी के घर में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान मोहम्मद मोदब्बिर, मोहम्मद रिजवान, मुफ़्ती व मतीउर रहमान को उनके घर से और मुफ्ती रहमतुल्लाह को एटीएस ने उसके मदरसा से हिरासत में लिया। इस दौरान पकरियो में छापेमारी में एनामुल अंसारी और शहबाज घर में नहीं मिले। परिजनों की ओर से बताया गया कि जेयारत अंसारी का बेटा शहबाज परीक्षा के लिए दिल्ली गया हुआ है, जबकि शहबाज और एनामुल अंसारी तबलीगी जमात में गए हुए हैं।