सुरक्षा बलों ने बृहस्पतिवार (दिसंबर 24, 2020) को उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादियों को मार गिराया। जहाँ एक मारे गए आतंकवादी की पहचान पाकिस्तानी के रूप में हुई है, वहीं दूसरा आतंकी कॉलेज में पढ़ रहा एक छात्र अमीर सिराज नाम का फुटबॉलर था। आमिर सिराज जुलाई 02, 2020 से ही लापता बताया जा रहा था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, सोपोर में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आमिर 6 महीने पहले लापता हो गया था। उन्होंने बताया कि आमिर फुटबॉल खेलने के लिए सोपोर के आदिपोरा में अपने मामा के घर से जाने के बाद गायब हो गया था और उसके बाद कभी घर नहीं लौटा। बाद में उन्हें पता चला कि वह जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हो गया था।
वर्ष 2020 में सुरक्षा बल दर्जनों स्थानीय युवाओं को सफलतापूर्वक आतंकवादी शिविरों से वापस लाने और उन्हें मनाने में कामयाब रहे हैं। सुरक्षाबलों ने इसी तरह का अवसर आमिर सिराज को भी दिया, लेकिन उसने स्पष्ट इंकार कर दिया।
जिस ऑपरेशन में आमिर सिराज मारा गया था, वह जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिले के वानीगम क्रीरी इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी के संबंध में एक विशिष्ट इनपुट पर कार्रवाई करते हुए बारामूला पुलिस, 29RR और 176Bn CRPF द्वारा संयुक्त कॉर्डन और सर्च ऑपरेशन के तहत किया गया था।
जब सुरक्षाबलों को पता चला कि आतंकवादी एक घर के अंदर छिपे हुए हैं, तो उन्होंने उन्हें आत्मसमर्पण करने का भी मौका दिया। लेकिन आतंकवादियों ने आत्मसमर्पण के बजाय संयुक्त खोज दल पर अंधाधुंध गोलियाँ बरसानी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई के साथ ही मुठभेड़ शुरू हो गई। कई घंटे तक चली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को दो आतंकियों को मार गिराने में सफलता मिली।
मारे गए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों में एक शीर्ष कमांडर भी शामिल है। मारे गए आतंकियों की पहचान पाकिस्तान के अबरार उर्फ लंगू और सोपोर के आमिर सिराज के रूप में हुई। अधिकारियों ने बताया कि दोनों आतंकवादी इस क्षेत्र में हुई कई आतंकवादी घटनाओं में शामिल थे।