जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में बुधवार (दिसंबर 30, 2020) देर रात को एक रहस्यमय विस्फोट हुआ, जिससे सीमा के पास रहने वाले लोग बुरी तरह घबरा गए। इस विस्फोट में हालाँकि कोई भी व्यक्ति हताहत नहीं हुआ है। इस रहस्यमय विस्फोट के तुरंत बाद सुरक्षा एजेंसियों ने कठुआ के हीरानगर और आस-पास के इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक आंतकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में बुधवार को एक मंदिर को निशाना बनाकर ग्रेनेड फेंका। लेकिन इसका निशाना चूक गया और यह थोड़ी दूर जाकर फटा, जिससे वहाँ मौजूद लोगों के बीच अफरातफरी की स्थिति बन गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
दरअसल, जम्मू में शांति को प्रभावित करने के मकसद से पाकिस्तानी आकाओं की शह पर पुंछ एवं जम्मू जिलों में ग्रेनेड हमले की योजना को नाकाम करते हुए पुलिस ने हाल ही में आंतकवादियों के चार सहयोगियों को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद यह हमला किया गया।
कठुआ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र मिश्रा ने ‘पीटीआई’ को बताया, ”हीरानगर सेक्टर में देर शाम करीब 7:30 बजे एक मंदिर पर ग्रेनेड हमला किया गया, जो निशाना बनाए गए स्थान से कुछ दूरी पर खुली जगह पर फटा। हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।”
उन्होंने कहा कि इस हमले के तुरंत बाद पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर आतंकवादियों को दबोचने के लिए सघन तलाशी अभियान चलाया गया। अधिकारी ने कहा कि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई तथा कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी स्थिति का पता लगाने के लिए घटनास्थल पर पहुँचे। उन्होंने कहा, “विस्फोट किस तरह से हुआ यह अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन शुरूआती रिपोर्ट से लगता है कि यह विस्फोट ग्रेनेड से किया गया है।”
पुंछ-जम्मू से पकड़े गए आतंकी
27 दिसंबर को पुलिस ने लश्कर के आतंकी को दो ग्रेनेड के साथ जम्मू के बाग-ए-बाहु के पास से गिरफ्तार किया था। इससे एक दिन पहले पुंछ लश्कर के नए संगठन से जुड़े आतंकियों के तीन मददगार पकड़े गए थे। तीनों को सीमा पार बैठे हैंडलर ने पुंछ के एक मंदिर पर ग्रेनेड हमले का काम सौंपा था।
इसी तरह से 25 दिसंबर को आतंकी तंजीम द रजिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) के दो आतंकी जम्मू से गिरफ्तार किए गए थे। दक्षिण कश्मीर के रहने वाले दोनों आतंकियों से एके-47 राइफल, एक पिस्टल और अन्य असलहा बरामद हुआ था।