देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) के सीमापुरी इलाके में एक घर से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तीन किलो आईईडी विस्फोटक बरामद किया है। एक महीने के अंदर लगातार दूसरी बार ऐसा हुआ है कि जब यमुनापार इलाके में बम मिला है। बम मिलने के तुरंत बाद राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) की टीम को बुलाया गया। इसके बाद NSG उसे अपने साथ ले गई।
दिल्ली के पुराने सीमापुरी इलाके में सड़क पर एक संदिग्ध बैग मिलने के बाद वहां सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई। NSG को सूचित कर दिया गया है। मामले में अधिक जानकारी की प्रतिक्षा है। pic.twitter.com/EEMS1JVNYg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 17, 2022
इस बीच बम बरामद किए जाने के साथ ही इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया है। पुरानी सीमापुरी स्थित जिस मकान में आईईडी मिला था उसके पीछे वाली गली में भी कुछ मकानों को खाली करा दिया गया है। हालात की गंभीरता के चलते दमकल विभाग की गाड़ियों को भी बुला लिया गया था। इसके साथ ही घटनास्थल के छानबीन करने के लिए फॉरेंसिक विभाग की भी टीम को बुलाया गया था।
NSG की टीम बम को निष्क्रिय करने के लिए मशीन को लेकर पहुंची। @JagranNews, @JagranEnglish, #Delhi pic.twitter.com/jWBKR7NAad
— Vinay K Tiwari (@Vinay_Journalis) February 17, 2022
इस बीच पुलिस ने घर के मालिक को हिरासत में ले लिया है। उसके घर में उसकी माँ, पत्नी और चार बच्चे हैं। आरोप है कि उसने किराएदारों का पुलिस वेरिफिकेशन कराए बिना ही उसे किराए पर कमरा दे दिया था। दरअसल, घर के मालिक का सीमापुरी में दो घर है। एक में वो खुद अपने परिवार के साथ रहता है, जबकि दूसरे को किराए पर उठा रखा है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों का कहना है कि वो घर में रहने वाले किसी को भी नहीं जानते थे। क्योंकि किराए पर रहने वाले अपने कमरे से कम ही बाहर निकलते थे।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल गाजीपुर आरडीएक्स के मामले की जाँच कर रही थी, उसी दौरान उसे सीमापुरी इलाके में एक मकान को लेकर जानकारी मिली। इसके बाद जब टीम उस घर में गई तो वो बंद था, लेकिन उसे वहाँ पर संदिग्ध हालत में एक बैग मिला, जिसमें से आईईडी बरामद किया गया।
14 जनवरी को फूलमंडी में मिला था आरडीएक्स
गौरतलब है कि 14 जनवरी को गाजीपुर फूलमंडी में स्कूटी से सामान लेने के लिए आया एक व्यक्ति अपनी स्कूटी और बैग रखकर चला गया। बाद में सूचना मिलने पर पहुँची पुलिस ने जाँच की तो आरडीएक्स बरामद हुआ। इसके बाद एनएसजी की टीम ने उसे डीफ्यूज किया। बाद में पता चला कि यह बम पाकिस्तान की आईएसआई और उसकी जिहादी सेल इसमें शामिल है। जाँच में ये पता चला था कि यह आईडी 24 बम की खेप का हिस्सा था, जिसे सीमा पार से या तो जमीन के जरिए या समुद्री मार्ग से पाकिस्तान द्वारा स्थानीय आतंकवादियों को भेजा गया था।