Sunday, December 22, 2024
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षाकोच्चि में पकड़ी गई ₹12000 करोड़ की 2500 किलो ड्रग्स, रैपर पर लिखा मिला...

कोच्चि में पकड़ी गई ₹12000 करोड़ की 2500 किलो ड्रग्स, रैपर पर लिखा मिला ‘हाजी दाऊद एन्ड सन्स’ : संदिग्ध पाकिस्तानी हिरासत में, 134 बोरे भी बरामद

इस अभियान को ‘ऑपरेशन समुद्रगुप्त’ नाम दिया गया था। बरामद किया गया ड्रग एक बड़े जहाज के जरिए जलमार्ग से लाया जा रहा था। एक जहाज में ड्रग पाकिस्तान और ईरान की समुद्री सीमा के पास लोड किया गया था। बाद में इसे छोटी-छोटी जहाज़ों के जरिए अलग-अलग जगहों पर उतारा जाता।

भारतीय नौसेना ने नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के साथ एक साझा अभियान चला कर केरल के कोच्चि से ड्रग्स की एक बड़ी खेप पकड़ी है। इस अभियान के तहत अब तक 2500 किलोग्राम से भी ज्यादा ड्रग्स पकड़ने का दावा किया जा रहा है। ड्रग का नाम मेथमफेटामिन बताया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस ड्रग की कीमत करीब 12 हजार करोड़ रुपए आँकी जा रही है। शनिवार (13 मई 2023) को हुई इस कार्रवाई के दौरान एक संदिग्ध को भी हिरासत में लिया गया है जो पाकिस्तान का बताया जा रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस अभियान को ‘ऑपरेशन समुद्रगुप्त’ नाम दिया गया था। बरामद किया गया ड्रग एक बड़े जहाज के जरिए जलमार्ग से लाया जा रहा था। एक जहाज में ड्रग पाकिस्तान और ईरान की समुद्री सीमा के पास लोड किया गया था। बाद में इसे छोटी-छोटी जहाज़ों के जरिए अलग-अलग जगहों पर उतारा जाता है। बरामद ड्रग्स को ‘खुशबू’ और ‘555’ लिखे 134 बोरों में पैक किया गया था। फिलहाल NCB यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि ये शब्द या नंबर पैकिंग हैं या कोई कोड।

ड्रग्स का मूल सोर्स पाकिस्तान बताया जा रहा है। इसके रैपर पर हाजी दाऊद एन्ड सन्स लिखा हुआ है। बरामद ड्रग का कुल वजन ढाई टन है। हिरासत में लिए गए संदिग्ध से एजेंसियों की पूछताछ जारी है। बरामद सभी वस्तुओं को मट्टनचेरी घाट लाया गया है। NCB के मुताबिक मामले में आगे की जाँच चल रही है। बताया यह भी रहा है कि NCB और नौसेना को इस कार्रवाई के पहले मालदीव और श्रीलंका से भी इनपुट मिले थे। मेथमफेटामिन की यह भारत में सबसे बड़ी जब्ती बताई जा रही है। यह एक्शन NCB के महानिदेशक संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में हुआ। अभियान में DRI गुजरात ATS भी साझीदार की भूमिका में थी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।

जिस संभल में हिंदुओं को बना दिया अल्पसंख्यक, वहाँ की जमीन उगल रही इतिहास: मंदिर-प्राचीन कुओं के बाद मिली ‘रानी की बावड़ी’, दफन थी...

जिस मुस्लिम बहुल लक्ष्मण गंज की खुदाई चल रही है वहाँ 1857 से पहले हिन्दू बहुतायत हुआ करते थे। यहाँ सैनी समाज के लोगों की बहुलता थी।
- विज्ञापन -