जम्मू-कश्मीर के रियासी में शिवखोड़ी से कटरा लौट रहे तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकी हमला हुआ। घटना में एक बच्चे समेत 10 लोगों की मौत हो गई जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हैं। पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। आतंकियों ने बस के ऊपर चारों ओर से गोलियाँ चलाईं और जब तक बस खाई में नहीं गिरी तब तक ये ताबड़तोड़ गोली बरसाते रहे। सूत्रों के हवाले से आए शीर्ष अधिकारियों के बयान से पता चलता है कि जानबूझकर इस हमले को 9 जून को ही अंजाम दिया गया क्योंकि नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे।
If we didn't punish Pakistan this time for #ReasiTerrorAttack, many Reasi will happen. Killing of 15 pilgrims by Pak Sponsored terrorists in Reasi,Jammu & Kashmir is not normal. They chose the time of oath taking ceremony of Modi 3.0. Crush ceasefire. Open the mouth of big guns. pic.twitter.com/VcFLltgnXV
— Baba Banaras™ (@RealBababanaras) June 9, 2024
अब इस आतंकी हमले के संबंध में चश्मदीदों ने कुछ खुलासे किए हैं। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर के रहने वाले संतोष कुमार वर्मा ने बताया कि वो लोग शिवखोड़ी में दर्शन के बाद वो कटरा की ओर जा रहे थे, जब बस ऊपर से नीचे उतर रही थी तभी एक आतंकवादी बीच सड़क पर फायरिंग शुरू कर दी। इस बीच ड्राइवर को एक गोली लग गई और बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। इस दौरान सामने खड़े होकर एक आतंकी ने करीबन 20 मिनट तक गोली चलाई थी। बाकी आतंकी इधर-उधर से फायरिंग कर रहे थे।
Listen to one of the Eyewitness of Reasi Terror Attack.
— Sunanda Roy 👑 (@SaffronSunanda) June 9, 2024
After darshan of Maa Vaishno Devi, these pilgrims were going to Shiv Khori.
Suddenly terrorists started firing bullets on the bus.
This is clear case of Hinduphobia.
Terrorists and Terrorism both have a Religion. That's… pic.twitter.com/jqUz12sJR7
चश्मदीदों के अनुसार, आतंकी 5-6 मिनट रुकते थे और फिर से फायरिंग करनी शुरू कर देते थे। उन्होंने ऐसा तब तक किया जब तक बस गिरी नहीं। गोंडा की नीलम गुप्ता कहती है कि बस में 40 लोग थे, बच्चे भी थे। हमारे हाथ-पैर में चोट आई है। साथ में पति और ननद-नंदोई भी है। वहीं नीलम गुप्ता का बेटा पल्लव इस घटना पर कहता है- पता नहीं गोलियाँ किसने चलाई थी, लेकिन जब बस खाई में गिरी तो मेरा सिर सीट के नीचे आ गया था, डैडी ने मुझे निकाला।
तीर्थ यात्रियो के अनुसार, 6-7 आतंकियो ने उनपर हमला किया था। उनके चेहरे नकाब से ढके थे। शुरू में उन्होंने बस को खाई में गिराने के लिए गोलीबारी की। बाद में जब सब गिर गए तो वो इसलिए गोली चलाते रहे कि सारे लोग मर जाएँ। तीर्थ यात्री बताते है कि वो लोग एक दम चुप हो गए थे ताकि आतंकियों को पता न चले कि वो लोग जिंदा हैं। कुछ समय बाद स्थानियों और सुरक्षाकर्मियों ने आकर उन्हें बचाया।
“Terror!st fired bu|lets continuously for an hour on hindus.” 😡
— Mudit Jain – Modiji's Family (@Mudiiittt) June 10, 2024
– Eyewitness from #Reasi#AllEyesOnReasi pic.twitter.com/u4PFRYfvAR
इस घटना के बारे में सुनने के बाद हर कोई सिर्फ यही कह रहा है कि श्रद्धालुओं पर हमला सिर्फ इसलिए हुआ क्योंकि वो हिंदू थे। ये भी कहा जा रहा है कि जानबूझकर 9 जून को ये हमला हुआ क्योंकि इसी दन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम बनने की शपथ ले रहे थे।
Angry, Pained and Saddened by the cowardly attack on pilgrims in Reasi. Jammu! May Almighty give the loved ones of victims the strength to bear the pain and loss. Prayers for the speedy recovery of the injured. 💔🕉#ReasiAttack #AllEyesOnReasi pic.twitter.com/FOpWsiuOeP
— Anupam Kher (@AnupamPKher) June 10, 2024
बता दें कि घटना में मरने वाले वाले अधिकतर यूपी के रहने वाले थे। इनमें तीन महिला और एक बच्चे की भी मौत हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना की जानकारी होने पर स्थिति का जायजा लिया और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को स्थिति पर लगातार निगरानी रखने के लिए कहा। वहीं केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि वह तीर्थ यात्रियों पर हुए हमले में शामिल आतंकियों को बख्शेंगे नहीं।