Sunday, November 17, 2024
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षाहिंदू थे इसलिए मारे गए… साँस रोक, लाश बन कर जिन्होंने बचाई अपनी जान,...

हिंदू थे इसलिए मारे गए… साँस रोक, लाश बन कर जिन्होंने बचाई अपनी जान, सुनिए उनकी आँखों-देखी: लश्कर-ए-तैयबा ने किया था हमला

तीर्थ यात्रियों के अनुसार, 6-7 आतंकियो ने उनपर हमला किया था। उनके चेहरे नकाब से ढके थे। शुरू में उन्होंने बस को खाई में गिराने के लिए गोलीबारी की। बाद में जब सब गिर गए तो वो इसलिए गोली चलाते रहे कि सारे लोग मर जाएँ।

जम्मू-कश्मीर के रियासी में शिवखोड़ी से कटरा लौट रहे तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकी हमला हुआ। घटना में एक बच्चे समेत 10 लोगों की मौत हो गई जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हैं। पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। आतंकियों ने बस के ऊपर चारों ओर से गोलियाँ चलाईं और जब तक बस खाई में नहीं गिरी तब तक ये ताबड़तोड़ गोली बरसाते रहे। सूत्रों के हवाले से आए शीर्ष अधिकारियों के बयान से पता चलता है कि जानबूझकर इस हमले को 9 जून को ही अंजाम दिया गया क्योंकि नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे।

अब इस आतंकी हमले के संबंध में चश्मदीदों ने कुछ खुलासे किए हैं। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर के रहने वाले संतोष कुमार वर्मा ने बताया कि वो लोग शिवखोड़ी में दर्शन के बाद वो कटरा की ओर जा रहे थे, जब बस ऊपर से नीचे उतर रही थी तभी एक आतंकवादी बीच सड़क पर फायरिंग शुरू कर दी। इस बीच ड्राइवर को एक गोली लग गई और बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। इस दौरान सामने खड़े होकर एक आतंकी ने करीबन 20 मिनट तक गोली चलाई थी। बाकी आतंकी इधर-उधर से फायरिंग कर रहे थे।

चश्मदीदों के अनुसार, आतंकी 5-6 मिनट रुकते थे और फिर से फायरिंग करनी शुरू कर देते थे। उन्होंने ऐसा तब तक किया जब तक बस गिरी नहीं। गोंडा की नीलम गुप्ता कहती है कि बस में 40 लोग थे, बच्चे भी थे। हमारे हाथ-पैर में चोट आई है। साथ में पति और ननद-नंदोई भी है। वहीं नीलम गुप्ता का बेटा पल्लव इस घटना पर कहता है- पता नहीं गोलियाँ किसने चलाई थी, लेकिन जब बस खाई में गिरी तो मेरा सिर सीट के नीचे आ गया था, डैडी ने मुझे निकाला।

तीर्थ यात्रियो के अनुसार, 6-7 आतंकियो ने उनपर हमला किया था। उनके चेहरे नकाब से ढके थे। शुरू में उन्होंने बस को खाई में गिराने के लिए गोलीबारी की। बाद में जब सब गिर गए तो वो इसलिए गोली चलाते रहे कि सारे लोग मर जाएँ। तीर्थ यात्री बताते है कि वो लोग एक दम चुप हो गए थे ताकि आतंकियों को पता न चले कि वो लोग जिंदा हैं। कुछ समय बाद स्थानियों और सुरक्षाकर्मियों ने आकर उन्हें बचाया।

इस घटना के बारे में सुनने के बाद हर कोई सिर्फ यही कह रहा है कि श्रद्धालुओं पर हमला सिर्फ इसलिए हुआ क्योंकि वो हिंदू थे। ये भी कहा जा रहा है कि जानबूझकर 9 जून को ये हमला हुआ क्योंकि इसी दन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम बनने की शपथ ले रहे थे।

बता दें कि घटना में मरने वाले वाले अधिकतर यूपी के रहने वाले थे। इनमें तीन महिला और एक बच्चे की भी मौत हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना की जानकारी होने पर स्थिति का जायजा लिया और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को स्थिति पर लगातार निगरानी रखने के लिए कहा। वहीं केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि वह तीर्थ यात्रियों पर हुए हमले में शामिल आतंकियों को बख्शेंगे नहीं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

घर की बजी घंटी, दरवाजा खुलते ही अस्सलाम वालेकुम के साथ घुस गई टोपी-बुर्के वाली पलटन, कोने-कोने में जमा लिया कब्जा: झारखंड चुनावों का...

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बीते कुछ वर्षों में चुनावी रणनीति के तहत घुसपैठियों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -