जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बृहस्पतिवार (दिसंबर 10, 2020) देर शाम शोपियाँ जिले में आतंकियों को भगाने के आरोप में कॉन्ग्रेस नेता गौहर अहमद वानी (Gowhar Ahmed Wani) को गैर-कानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत शोपियाँ से गिरफ्तार किया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, कॉन्ग्रेस नेता गौहर अहमद वानी, जो कि पेशे से वकील भी है, दक्षिण कश्मीर में इमाम साहब शोपियाँ का निवासी है। उसे गत 7 दिसंबर को आतंकवादियों को भगाते हुए पकड़ा गया था। दरअसल, कुछ आतंकवादी एक कार में यात्रा कर रहे थे और जब भारतीय सेना के 44 राष्ट्रीय राइफल्स ने को ट्रेंज़ इलाके के बाबा खदर रामपुरा चौक पर उसे रोका, तो आतंकवादी भाग निकले और कार को परगाचू के पास छोड़ दिया।
सुरक्षाबलों द्वारा पीछा किए जाने पर आतंकवादी कार छोड़कर भाग निकले जबकि गौहर वानी कार से कूद गया था और खुद को पीड़ित बताने का नाटक किया। बाद में, गौहर से पूछताछ की गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने इस सिलसिले में यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया है।
अधिकारीयों ने बताया कि कॉन्ग्रेस नेता वानी आतंकवादियों को शरण दे रहा था और उन्हें केंद्रशासित प्रदेश में परिवहन के साधन मुहैया करा रहा था। जम्मू कश्मीर पुलिस के अनुसार, वह आतंकी संगठनों के लिए ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) के रूप में काम कर रहा था और आतंकवादियों का बचाव करता आया है। घटना के दिन कॉन्ग्रेस नेता आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों को भगा रहा था।
गौरतलब है कि यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है जब पीडीपी नेता वहीद पारा को भी शुक्रवार (नवंबर 27, 2020) को 15 दिनों के लिए राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) की हिरासत में भेजा गया है। पीडीपी नेता वहीद पारा को हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों के साथ 2019 के संसदीय चुनावों के दौरान अपना समर्थन प्राप्त करने के लिए कथित रूप से साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
वहीं, जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव के लिए मतदान जारी हैं। चुनाव के मद्देनजर सरकार ने घाटी में सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ाई है। लेकिन इस बीच आतंकी संगठन लगातार घाटी में सुरक्षाबलों, नेताओं पर हमले की फिराक में हैं। लेकिन सभी खुफिया एजेंसी सतर्क हैं और लगातार आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई जारी हैं।