जम्मू एयर फोर्स स्टेशन के टेक्निकल एरिया में रविवार (27 जून) की रात को ड्रोन की सहायता से किए गए दो धमाकों को जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने आतंकी हमला बताया है। इस हमले के बाद एनआईए भी जाँच में जुट गई है और मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के द्वारा UAPA के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने जम्मू हवाईअड्डे पर वायुसेना के अधिकार क्षेत्र वाले हिस्से में हुए दो बम धमाकों को आतंकी हमला बताया है और यह भी जानकारी दी है कि जम्मू पुलिस के द्वारा लश्कर-ए-तैयबा के एक ऑपरेटिव के द्वारा 5-6 किग्रा का आईईडी बरामद किया गया है जिसे भीड़भाड़ वाले इलाके में विस्फोट करने के लिए लगाया जाना था।
Major terror attack has been averted with this recovery. The suspect lifted being interrogated. More suspects likely to be picked up in this foiled IED blast attempt. Police also working on Jammu airfield blasts along with other agencies. FIR registered & probe on: J&K DGP to ANI
— ANI (@ANI) June 27, 2021
डीजीपी सिंह ने बताया कि पकड़े गए संदिग्धों से पूछताछ जारी है और इस आईईडी ब्लास्ट की कोशिश में और भी संदिग्धों के पकड़े जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि एक बड़ा आतंकी हमला टल गया है और जम्मू पुलिस अन्य केन्द्रीय जाँच एजेंसियों के साथ जम्मू एयरफील्ड ब्लास्ट की घटना पर जाँच में जुटी हुई है।
रात लगभग 2 बजे हुए इन धमाकों के बाद पुलिस के अलावा अन्य एजेंसियां भी जाँच में जुट गई हैं। एनएसजी के अलावा राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) की टीम भी घटना स्थल पर पहुँच चुकी है जो धमाकों की आतंकी एंगल से जाँच करेगी। इसके अलावा सूत्रों से यह जानकारी मिली है कि भारतीय वायु सेना की उच्च स्तरीय जाँच टीम भी जम्मू के लिए रवाना हो चुकी है।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट करके वाइस एयर चीफ, एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से इस मामले में अपनी चर्चा की जानकारी दी और साथ ही यह भी बताया कि एयर मार्शल विक्रम सिंह हालात का जायजा लेने के लिए जम्मू पहुँच रहे हैं।
Raksha Mantri Shri @rajnathsingh spoke to Vice Air Chief, Air Marshal HS Arora regarding today’s incident at Air Force Station in Jammu. Air Marshal Vikram Singh is reaching Jammu to take stock of the situation.
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) June 27, 2021
रविवार तड़के हुए इन दो धमाकों में से एक धमाके में इमारत की छत को नुकसान पहुँचा वहीं दूसरा धमाका खुले क्षेत्र में हुआ। मीडिया खबरों के मुताबिक यह आशंका जताई जा रही है कि इस साजिश में पी-16 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है। यह ड्रोन काफी नीचे उड़ सकता है और राडार की पहुँच से भी दूर रह सकता है। हालाँकि इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
ज्ञात हो कि जम्मू के एयरपोर्ट में भारतीय वायुसेना के अधिकार वाले क्षेत्र में रविवार (27 जून) को दो विस्फोट हुए। इलाके को सील कर जाँच शुरू कर दी गई है। संभावना है कि हमले के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है। शुरुआती जाँच में माना जा रहा है कि ऐसा करके पाकिस्तान ने 2016 में हुए पंजाब के पठानकोट हमले को दोहराने की कोशिश की है।