भारत में रोबोट से आतंकी हमले की साजिश रची गई थी। इसके लिए आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) ने मुस्लिम युवाओं को रोबोटिक्स की पढ़ाई करने के हुक्म दिए थे। इसमें शामिल कुछ मुस्लिम युवाओं ने मैकेनिकल और इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) के सप्लीमेंट्री चार्जशीट से यह खुलासा हुआ है। शुक्रवार (30 जून 2023) को दाखिल चार्जशीट में कर्नाटक के शिवमोगा जिले में ISIS से संबंध रखने वाले 9 लोगों को आरोपित बनाया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिनके खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दी गई है उनके नाम मोहम्मद शारिक, माज मुनीर अहमद, सैयद यासीन, रीशान थाजुद्दीन शेख, हुजैर फरहान बेग, माजिन अब्दुल रहमान, नदीम अहमद केए, जबीउल्ला और नदीम फैजल हैं। ये सभी कर्नाटक के रहने वाले हैं। इनकी उम्र 22 साल से 32 वर्ष के बीच है। चार्जशीट में बताया गया है कि गिरफ्तार आरोपितों द्वारा रोबोटिक कोर्स किया जा रहा था। कोर्स पूरा करने के बाद आरोपित बड़े आतंकी हमलों की तैयारी में थे।
जानकारी के अनुसार माज मुनीर अहमद, सैयद यासीन, रीशान थाजुद्दीन शेख, माजिन अब्दुल रहमान और नदीम अहमद ने महज आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। NIA के मुताबिक सभी 9 आरोपित भारत में आतंकी संगठन ISIS की विचारधारा को फैलाने का प्रयास कर रहे थे। लोगों में डर कायम करने के लिए आरोपितों ने शिवमोगा में जनवरी 2021 में IED विस्फोट किया था। इस केस की जाँच नवम्बर 2022 में NIA को सौंप दी गई थी।
NIA का दावा है कि सभी आरोपितों ने कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों की रेकी की थी। इन सभी का ISIS हैंडलर विदेश में बैठा था जो इन्हे निर्देश दिया करता था। इस हैंडलर से मोहम्मद शारिक, माज मुनीर अहमद और सैयद यासीन जुड़े थे। इन्होने अन्य आरोपितों को कट्टरपंथी बनाकर अपने साथ मिलाया था। 9 में से 2 आरोपितों मुनीर अहमद और सैयद यासीन के खिलाफ NIA ने मार्च 2023 में भी चार्जशीट दाखिल की थी।