टूलकिट मामले में बेंगलुरु से दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद अब दिल्ली पुलिस को निकिता जैकब और शांतनु नाम के आरोपितों की तलाश है। निकिता और शांतनु पर टूलकिट साजिश में शामिल होने का आरोप है। इस बीच टूलकिट मामले में सूत्रों के हवाले से बड़ी जानकारी मिली है। सूत्रों के मुताबिक खालिस्तानी संगठन पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन (Poetic Justice Foundation) के फाउंडर एमओ धालीवाल ने कनाडा में रह रहे अपने सहयोगी पुनीत के जरिए निकिता जैकब से संपर्क किया था।
Mo Dhaliwal, Poetic Justice Foundation founder, contacted Nikita Jacob via his colleague Puneet. Motive was to create a Twitter storm ahead of R-Day. There was a zoom meeting before Republic Day that was attended by Mo Dhaliwal, Nikita, Disha & others: Sources, on toolkit matter
— ANI (@ANI) February 15, 2021
इनका मकसद 26 जनवरी से पहले ट्विटर पर एक बड़ी मुहिम छेड़ना था। गणतंत्र दिवस से पहले इन सबकी एक ज़ूम मीटिंग भी हुई थी। इस मीटिंग में निकिता, धालीवाल के साथ दिशा भी शामिल हुई थी। मीटिंग में एमओ धालीवाल ने कहा था कि मुद्दे को बड़ा बनाना है। मकसद था – किसानों के बीच असंतोष और गलत जानकारी फैलाना।
Four days ago Special Cell team went to Nikita Jacob’s house. Her electronic gadgets were examined. Delhi police says that they would visit again to question her but she is not available: Sources on Toolkit conspiracy
— ANI (@ANI) February 15, 2021
सूत्रों के मुताबिक चार दिन पहले स्पेशल सेल की टीम निकिता जैकब के घर गई थी। उसके इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की जाँच की गई। उस वक्त शाम हो गई थी, इसलिए निकिता से पूछताछ नहीं की गई। जाँच टीम ने कहा था कि वो अगले दिन फिर आएँगे, लेकिन जब अगले दिन स्पेशल सेल की टीम निकिता के यहाँ पहुँची, वह गायब मिली। फिलहाल निकिता जैकब फरार है।
Transit bail application filed by Nikita Jacob in Bombay High Court against the non-bailable warrant issued against her. Matter to be heard tomorrow.
— ANI (@ANI) February 15, 2021
उसके खिलाफ पुलिस ने NBW यानी गैर ज़मानती वारंट जारी करवाया है। आरोपित निकिता जैकब ने दिल्ली पुलिस की ओर से जारी गैर जमानती वारंट के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। निकिता जैकब ने गैर-जमानती वारंट के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में ट्रांजिट जमानत याचिका दाखिल की। मामले की सुनवाई कल (फरवरी 16, 2021) होगी। मामले में एक अन्य आरोपित शांतनु के खिलाफ भी गैर जमानती वारंट जारी किया गया है।
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने शनिवार (फरवरी 13, 2021) को बेंगलुरु के सोलादेवना हल्ली से पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया था। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार अब शांतनु और निकिता जैकब नामक दो अन्य आरोपितों की गिरफ़्तारी के लिए मुंबई में दबिश दी जा रही है। पुलिस ने गूगल से भी तकनीकी मदद माँगी है। स्वीडन की क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग द्वारा गलती से लीक किए गए टूलकिट डॉक्यूमेंट को लेकर ये कार्रवाई की जा रही है।
दिशा ने चालाकी करते हुए अपने फोन के डेटा को डिलीट कर डाला, जिसे पुनः प्राप्त करने के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि हजारों लोग उक्त साजिश में शामिल हैं, जो खालिस्तान समर्थक आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू से प्रभावित हैं। निकिता जैकब के बारे में कई लोग यह भी दावा कर रहे हैं कि वह आम आदमी पार्टी (AAP) से जुड़ी हुई है। बॉम्बे हाईकोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस करने वाली निकिता का नाम तभी सामने आया था, जब टूलकिट के लीक होने के बाद लोगों ने इसकी लाइव एडिटिंग के स्क्रीनशॉट्स लिए थे।