Friday, November 15, 2024
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षागाय काटने वाली आसिया अंद्राबी का खुलासा: ISI से मिले पैसे पत्थरबाजों, हुर्रियत, राष्ट्रविरोधियों...

गाय काटने वाली आसिया अंद्राबी का खुलासा: ISI से मिले पैसे पत्थरबाजों, हुर्रियत, राष्ट्रविरोधियों में बाँटे

पाकिस्तानी फौज में कैप्टन रैंक का अधिकारी आसिया का भतीजा है। इसके अलावा पता चला है कि आसिया का एक और नजदीकी रिश्तेदार पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की फौज और उनकी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) के साथ संपर्क में है।

राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) ने इस बात का खुलासा किया है कि अलगाववादी समूह दुख्तरान-ए-मिल्लत की प्रमुख आसिया अंद्राबी पाकिस्तान फौज के संपर्क में थीं और उन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से पैसे भी मिलते थे। जानकारी के बता दूँ कि आसिया वही हैं जिन्होंने 2015 में गाय काटी थी, वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। एजेंसी ने बताया है कि आसिया, पाक फौज में काम करने वाले एक अधिकारी के जरिए जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज़ सईद के संपर्क में भी थीं।

जनसत्ता में प्रकाशित खबर के मुताबिक एनआईए सूत्रों ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि पाकिस्तानी फौज में कैप्टन रैंक का अधिकारी आसिया का भतीजा है। इसके अलावा पता चला है कि आसिया का एक और नजदीकी रिश्तेदार पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की फौज और उनकी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) के साथ संपर्क में है।

एनआईए ने इससे पहले मंगलवार (4 जून) को हाफिज सईद के साथ आतंकी फंडिंग के मसले पर मसरत आलम, आसिया अंद्राबी और शबीर शाह को गिरफ्तार किया था। इन्हें 10 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। जिसके बाद से ये तीनों अब तक तिहाड़ जेल में बंद हैं।

गौरतलब है, अलगाववादी समूह की संस्थापक आसिया भारत से कश्मीर के अलगाव के लिए काम कर रही हैं। आसिया को राष्ट्र के ख़िलाफ़ युद्ध छेड़ने के मामले में पिछले वर्ष जुलाई में गिरफ्तार भी किया जा चुका है।

इसके अलावा बता दें जाँच और पूछताछ में मालूम चला है कि आसिया के कुछ रिश्तेदार दुबई और सउदी अरब में भी रहते हैं। इन लोगों ने भी आसिया को भारत में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए पैसे पहुँचाए हैं। यह धन पत्थरबाजों और हुर्रियत के समर्थकों में बाँटे गए थे जिन्होंने श्रीनगर और घाटी के अन्य हिस्सों में सरकार के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन किए।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिनके पति का हुआ निधन, उनको कहा – मुस्लिम से निकाह करो, धर्मांतरण के लिए प्रोफेसर ने ही दी रेप की धमकी: जामिया में...

'कॉल फॉर जस्टिस' की रिपोर्ट में भेदभाव से जुड़े इन 27 मामलों में कई घटनाएँ गैर मुस्लिमों के धर्मांतरण या धर्मांतरण के लिए डाले गए दबाव से ही जुड़े हैं।

‘गालीबाज’ देवदत्त पटनायक का संस्कृति मंत्रालय वाला सेमिनार कैंसिल: पहले बनाया गया था मेहमान, विरोध के बाद पलटा फैसला

साहित्य अकादमी ने देवदत्त पटनायक को भारतीय पुराणों पर सेमिनार के उद्घाटन भाषण के लिए आमंत्रित किया था, जिसका महिलाओं को गालियाँ देने का लंबा अतीत रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -