राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) ने मंगलवार (28 जून 2022) को उत्तर प्रदेश के देवबंद (Deoband) में दो स्थानों पर बांग्लादेशी नागरिकों से जुड़े एक मामले में तलाशी ली। बताया जा रहा है कि ये बांग्लादेशी नागरिक वहाँ के आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) की विचारधाराओं का भारत में प्रचार-प्रसार कर रहे थे। ये लोग युवाओं को भारत के खिलाफ जिहाद के लिए उकसा रहे थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, छापेमारी के दौरान एनआईए की टीम ने खानकाह पुलिस चौकी के अंतर्गत आने वाले दारुल उलुम वक्फ इलाके में स्थित एक जनसेवा केंद्र के संचालक मुस्तकीम को हिरासत में लिया और उससे किसी सीक्रेट प्लेस पर पूछताछ की। इसके बाद उसे इंटेलीजेंस विंग को सौंप दिया गया।
आरोपित को फर्जी आधार कार्ड व फर्जी पासपोर्ट बनाने के मामले में पकड़ा गया है। उसके कम्प्यूटर समेत दूसरे सामानों को कब्जे में ले लिया गया है। पकड़ा गया आरोपित उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के एक गाँव का रहने वाला है।
इस मामले पर एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह मामला प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) से संबंधित छह सक्रिय कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी से जुड़ा है, जिनमें तीन बांग्लादेशी अवैध अप्रवासी भी शामिल हैं। इनमें से कई ऐसे हैं जो कि देवबंद में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पढ़ाई कर रहे थे।
क्या है पूरा मामला
बीते 13 मार्च 2022 को एटीएस की टीम ने भोपाल में बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 आतंकियों को पकड़ा था। ये सभी ऐशबाग थाना क्षेत्र के अहमद अली कॉलोनी की गली नंबर 4 में फातिमा मस्जिद के बगल में रहते थे। इन्हीं आतंकियों से पूछताछ के बाद एनआईएन ने देवबंद में ये एक्शन लिया। गौरतलब है कि बांग्लादेशी आतंकी संगठन जेएमबी युवाओं तो भड़काकर उन्हें आतंकी बनाने का काम करता है।
एक्शन में यूपी पुलिस
एनआईए की कार्रवाई के बाद अब उत्तर प्रदेश पुलिस भी एक्शन में आ गई है। यूपी पुलिस ने स्पष्ट किया है कि वो देवबंद में रहकर पढ़ाई कर रहे बाहरी स्टूडेंट की नए सिरे से जाँच करेगी। पुलिस इन सभी का वेरीफिकेशन करेगी। सहारनपुर एसपी सूरज कुमार राय ने बताया है कि बीते तीन महीने में इस तरह के तीन मामले सामने आ चुके हैं।