मणिपुर में शनिवार (13 नवंबर 2021) को सेना के काफिले पर उग्रवादियों ने बड़ा हमला कर दिया है। यह हमला चुराचांदपुर जिले के सिनघाट सब-डिवीजन में हुआ है। इस हमले में कर्नल और उनके परिवार के सदस्य भी शहीद हो गए हैं। बताया जा रहा है कि सेना की टुकड़ी पर घात लगाकर बैठे आतंकियों ने हमला किया है।
Convoy of a Commanding Officer of an Assam Rifles unit ambushed by terrorists in Singhat sub-division of Manipur’s Churachandpur district. Family members of officer along with Quick Reaction Team were in convoy. Casualties feared. Ops underway, details awaited: Sources
— ANI (@ANI) November 13, 2021
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर शोक व्यक्ति किया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, “मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के काफिले पर कायराना हमला बेहद दर्दनाक और निंदनीय है। देश ने 46 असम राइफल्स के सीओ और उनके परिवार के दो सदस्यों सहित 5 बहादुर सैनिकों को खो दिया है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएँ। जल्द ही दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।”
The cowardly attack on an Assam Rifles convoy in Churachandpur, Manipur is extremely painful & condemnable. The nation has lost 5 brave soldiers including CO 46 AR and two family members.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) November 13, 2021
My condolences to the bereaved families. The perpetrators will be brought to justice soon.
असम राइफल्स यूनिट के काफिले में क्विक रिएक्शन टीम के साथ ही कमांडिंग ऑफिसर और उनका परिवार भी शामिल था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकी हमले में सीओ और उनके परिवार के दो सदस्यों तथा क्विक एक्शन टीम के तीन जवानों की मौत हो गई। हमले के पीछे मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है।
Strongly condemn the cowardly attack on a convoy of 46 AR which has reportedly killed few personnel including the CO & his family at CCpur today. The State forces & Para military are already on their job to track down the militants. The perpetrators will be brought to justice.
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) November 13, 2021
मणिपुर के सीएम बिरेन सिंह ने ट्वीट कर घटना पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा, ”46 असम राइफल्स के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले की मैं कड़ी निंदा करता हूँ। इसमें सीओ और उनके परिवार समेत कुछ कर्मियों की मौत हो गई। राज्य सुरक्षाबल और अर्धसैनिक बल पहले से ही आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहे हैं। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।”
बता दें कि मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का गठन 1978 में किया गया था। स्वतंत्र मणिपुर की माँग करने वाले इस संगठन को भारत सरकार ने आतंकी संगठन घोषित कर रखा है। इससे पहले भी मणिपुर में यह संगठन धोखे से भारतीय सुरक्षाबलों पर हमले करता रहा है।