पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में पुलिस ने गुरुवार (19 दिसंबर 2024) को 6 बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। इन घुसपैठियों में 2 नाबालिग और इतनी ही महिलाएँ शामिल हैं। ये सभी खोवाई जिले के एक गेस्ट हॉउस में छिपे थे। अब तक हुई पूछताछ में पता चला कि ये सभी घुसपैठिए दिल्ली भी गए थे। ये सभी भारत में घुसपैठ का मकसद काम की तलाश बता रहे हैं। हालाँकि पुलिस इन दावों की गहराई से पड़ताल की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला खोवाई जिले के सुभाष पार्क इलाके का है। गुरुवार को यहाँ के जिला अस्पताल के आसपास कुछ संदिग्ध लोगों की सूचना पर पुलिस सक्रिय हुई थी और तलाशी अभियान चलाया था। इसी दौरान पुलिस ने रॉय गेस्ट हॉउस भी पहुँची। इस गेस्ट हॉउस में पुलिस को 6 लोग संदिग्ध दिखे। इसमें 2 महिलाएँ, 2 पुरुष और 2 नाबालिग बच्चे शामिल थे। संतोषजनक जवाब न मिलने पर पुलिस इन सभी को थाने ले आई।
थाने में इन सभी संदिग्धों से हुए सवाल जवाब में इनकी पहचान 37 साल के मोहम्मद कबीर, 35 वर्षीया तानिया बेगम, 70 वर्षीया आएशा खातून, 23 साल के मुमीन, 5 वर्षीया शाहिदा और 6 वर्ष उम्र के मोहम्मद शाकिब के तौर पर हुई। पहले तो इन सभी ने पुलिस को भारतीय पहचान पत्र दिखा कर गुमराह करने की कोशिश की। जाँच में ये प्रमाण पत्र फर्जी निकले तो इन सभी ने खुद के बांग्लादेश के फेनी जिले से होने का सच कबूल कर लिया।
इन्होने पुलिस को बताया कि पकड़े जाने से पहले वो सब दिल्ली भी हो आए हैं। इन्होने भारत में घुसपैठ की वजह रोजगार की तलाश बताया है। सभी आरोपितों को हिरासत में ले कर पूछताछ और उनके घुसपैठ के असल मकसद को खंगाला जा रहा है। बरामद पहचान पत्रों की जाँच कराई जा रही है। केस दर्ज कर के मामले में जरूरी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इन कार्रवाइयों के बाद सभी को वापस उनके मुल्क में भेजने की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी।