जम्मू-कश्मीर में नकारात्मक प्रचारों के बावजूद ईद का त्योहार बड़ी धूमधाम और शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जा रहा है। इस बात की पुष्टि सोशल मीडिया की तस्वीरों से हो रही है।
जम्मू और कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने मीडिया को बताया कि ईद का त्योहार शांतिपूर्ण और पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि कश्मीर घाटी के सभी क्षेत्रों में, लोग अपनी स्थानीय मस्जिदों में आते-जाते रहें इसके लिए सुरक्षा मानदंडों में ढील दी गई है। साथ ही मस्जिदों में लोगों के इकट्ठा होने पर भी कोई प्रतिबंध नहीं है।
#EXCLUSIVE – DGP, J&K Dilbagh Singh speaks to CNN-News18; says Eid celebrations are peaceful in J&K. In Jammu, all mosques are open. In Kashmir also, prayers are going on & people are enjoying the festival. There is nothing like high alert but we are taking security precautions. pic.twitter.com/mV3Dce2DpD
— News18 (@CNNnews18) August 12, 2019
दिलबाग सिंह ने यह भी कहा कि घाटी में हिंसा या पथराव की कोई घटना नहीं हुई है। ख़बरों के अनुसार, अकेले बारामूला में 10,000 से अधिक लोगों ने शांति से ईद की नमाज अता की।
राजौरी क्षेत्र में, मस्जिदों में ईद की नमाज़ अता की गई जहाँ समुदाय विशेष के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए। पुलिस ने कहा है कि दो दिन पहले प्रतिबंधों में ढील दी गई थी ताकि लोग ईद मनाने के लिए ख़रीदारी कर सकें और आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था कर सकें।
मीडिया में छाई ख़बरों में कश्मीर की मस्जिदों के दृश्य भी दिखाए जहाँ ईद की नमाज़ और समुदाय विशेष का जमावड़ा बिना किसी हिंसक घटनाओं के सुचारू रूप से चलता दिखा।
Eid prayers today at a mosque in J&K. Video shared by J&K Police pic.twitter.com/577saFNLQy
— Bharti Jain (@bhartijainTOI) August 12, 2019
श्रीनगर में, लोग बड़ी संख्या में मस्जिदों में जमा हुए हैं और ईद की नमाज़ शांतिपूर्ण तरीके से अता की गई।
#Eid celebrated peacefully this morning in Srinagar pic.twitter.com/faf5zFHqUk
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) August 12, 2019
पत्रकार आदित्य कौल ने एक वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो में यह स्पष्ट दिख रहा है कि शहर में अब तक कोई हिंसा या कोई अप्रिय घटना नहीं घटित हुई है और ईद की नमाज़ शांतिपूर्ण ढंग से अता की गई।
Eid being celebrated across Kashmir valley peacefully without any protest or violence. If someone tells you, police or state did not allow prayers, show them this video showing top vantage shot of entire Srinagar city. Loudspeakers audible with prayers. Prayers for peace! ?? pic.twitter.com/B7jWwOzXDs
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) August 12, 2019
Large number of people congregated for Eid-ul-Adha prayers in thousands of mosques all across Kashmir valley. Peaceful all around. pic.twitter.com/kc78jrwtRA
— Imtiyaz Hussain (@hussain_imtiyaz) August 12, 2019
हालाँकि, इन खबरों के बीच ऐसे कई नेता, मीडिया पोर्टल और निहित स्वार्थ वाले व्यक्ति भी शामिल हैं, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर ग़लत सूचना दी। EX-IAS अधिकारी से राजनेता बने शाह फ़ैसल ने अनुच्छेद-370 हटाने के लिए भारत में हिंसा और बदला लेने की धमकी दी। उन्होंने ट्वीट किया था कि अपमान का बदला लेने तक कोई ईद नहीं मनाई जाएगी।