प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (7 सितंबर, 2019) को लोगों से गुज़ारिश की है कि वे गणेश विसर्जन के समय जल-प्रदूषण से बचते हुए प्लास्टिक और अन्य कचरों को समुद्र में न जाने दें। पीएम मोदी ने यह बात मुंबई के विले पार्ले उपनगरीय इलाके में भगवान गणपति के दर्शन के दौरान कही। प्रधानमंत्री इस समय एक-दिनी महाराष्ट्र दौरे पर हैं, जहाँ अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं।
“सुराज्य हमारा जन्मसिद्ध कर्त्तव्य है”
पीएम मोदी ने मुंबई मेट्रो की तीन नई लाइनों के लोकार्पण के बाद बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स स्थित जिओ वर्ल्ड सेंटर में जनसभा को सम्बोधित भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा, “जैसे लोकमान्य तिलक ने कहा था कि स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, वैसे ही अब जबकि हम आज़ादी के 75 वर्षों की तरफ बढ़ रहे हैं, तो हमें कहना चाहिए कि ‘सुराज्य’ हमारा कर्त्तव्य है।” प्रधानमंत्री ने ‘मेक इन इंडिया’ के तहत बने पहले मेट्रो कोच का भी विमोचन किया।
“पहले 100 दिन में कई ऐतिहासिक और अभूतपूर्व निर्णय”
पीएम ने दावा किया कि उनकी राजग सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले सौ दिनों के भीतर कई सारे ऐतिहासिक और अभूतपूर्व निर्णय लिए हैं। इसके अलावा उन्होंने “एक देश एक शपथ” का विचार भी सुझाया। उन्होंने जल प्रदूषण रोकने और वातावरण की सुरक्षा के लिए single-use प्लाटिक के इस्तेमाल को रोकने पर ज़ोर दिया। साथ ही, गणेश विसर्जन पर प्लास्टिक और कई सारे अन्य कचरों को समुद्र में जाने से रोकने की अपील की।
गौरतलब कि प्रधानमंत्री पहले भी single-use प्लास्टिक के प्रयोग को लेकर चिंता जता चुके हैं। उन्होंने लालकिले से भी 15 अगस्त को इसके प्रयोग को रोकने की बात की थी। खबर यह भी आ रही है कि मोदी इसके खिलाफ 11 सितंबर को मथुरा से एक अभियान की भी शुरुआत कर सकते हैं। कई पेय-पदार्थ कंपनियों ने इसकी भी आशंका जताई है कि गाँधी-जयंती (2 अक्टूबर) के दिन इसपर पूर्ण प्रतिबंध की घोषणा भी हो सकती है।