प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (जनवरी 27, 2019) देशवासियों से ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से बात की। बता दें कि रेडियो पर प्रसारित होने वाले इस कार्यक्रम की यह 52वीं कड़ी थी, लेकिन 2019 का यह पहला प्रसारण था। कार्यक्रम की शुरुआत उन्होंने कर्नाटक के टुमकुर ज़िले के डॉक्टर श्री श्री श्री शिवकुमार स्वामी जी को श्रद्धांजलि देने से की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कठिन परिश्रम को सर्वोपरि बताया
- कठिन परिश्रम करते हुए अपना दायित्व निभाते जाना, भगवान शिव के निवास-स्थान, कैलाश धाम में होने के समान है।
- स्वामी जी ने अपने 111 वर्षों के जीवन काल में हज़ारों लोगों के सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक उत्थान के लिए कार्य किया।
- उनकी ख्याति एक ऐसे विद्वान के रूप में थी, जिनकी अंग्रेज़ी, संस्कृत और कन्नड़ भाषाओं पर अद्भुत पकड़ थी।
- किसानों का हर तरह से कल्याण हो, ये स्वामी जी के जीवन में प्राथमिकता रहती थी। सिद्धगंगा मठ नियमित रूप से पशु और कृषि मेलों का आयोजन करता था।
- वर्ष 2007 में, स्वामी जी के शताब्दी वर्ष उत्सव समारोह के अवसर पर हमारे पूर्व राष्ट्रपति डॉ० एपीजे अब्दुल कलाम टुमकुर गए थे, तब उन्होंने पूज्य स्वामी जी के लिए एक कविता सुनाई थी।
चुनाव आयोग की व्यवस्था पर देश को गर्व होना चाहिए
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने देश के गणतंत्र दिवस को लेकर भी अहम बाते देशवासियों से की। इसके अंतगर्त उन्होंने ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ को केंद्र में रखकर चुनाव आयोग के महत्व पर प्रकाश डाला:
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे देश में चुनाव आयोग एक बहुत ही महत्वपूर्ण संस्था है, जो हमारे लोकतंत्र का अभिन्न अंग है।
- हमारा चुनाव आयोग जिस बखूबी से इसका आयोजन करता है इसे देखकर प्रत्येक देशवासी को चुनाव आयोग पर गर्व होना स्वाभाविक है।
- हमारे देश में यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाती है कि भारत का प्रत्येक नागरिक, जो एक पंजीकृत मतदाता है, registered मतदाता है – उसे मतदान करने का अवसर मिले।
- अपने संबोधन में मतदान के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि अंडमान और निकोबार के द्वीप समूह के दूर-दराज़ के द्वीपों में भी चुनाव की व्यवस्था की जाती है।
- इसके बाद उन्होंने कहा कि गुजरात के गिर के जंगल में, एक सुदूर क्षेत्र में, एक पोलिंग बूथ, जो सिर्फ़ केवल 1 मतदाता के लिए है। चुनाव आयोग की इस व्यवस्था पर हमें गर्व है।
- चुनाव आयोग हमारे लोकतंत्र की ख़ूबसूरती है। आगामी लोकसभा चुनाव में 21वीं सदी के प्रत्येक युवा मतदाताओं से अपने मताधिकार के पालन करने का आहवाहन भी किया।
नेताजी के बलिदान को देश कभी नहीं भुला सकता
कार्यक्रम में आगे बढ़ते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अपने देश की धरती को महापुरुषों से सुसज्जित बताया और उनके त्याग, बलिदान और उनके महत्वपूर्ण योगदान को अविस्मरणीय बताया। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 23 जनवरी को मनाई गई जन्म जयंती पर उन्हें याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत उनके संघर्ष को कभी नहीं भूल सकता। इसके अलावा उन्होंने उनकी विलक्षण छवि को अपने संबोधन के ज़रिए देश की जनता से साझा किया।
- भारत की आज़ादी के संघर्ष में अपना योगदान देने वाले वीरों को समर्पित एक museum संग्रहालय का उद्घाटन करने के सौभाग्य पर प्रधानमंत्री मोदी ने प्रसन्नता जताई।
- उन्होंने संग्राहलयों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इन संग्रहालयों की एक-एक ईंट में, हमारे गौरवशाली इतिहास की खुशबू बसी है, जिसके चप्पे-चप्पे पर हमारे स्वाधीनता संग्राम के वीरों की गाथाओं को बयां करने वाली बातें हैं, जो इतिहास के भीतर जाने के लिए हमें प्रेरित करती हैं।
- कई इमारतों को सुंदर संग्राहलयों में बदल दिया गया है जो आज़ादी से अब तक बंद पड़ीं थी। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस और Indian National Army को समर्पित संग्रहालय; ‘याद-ए-जलियाँ’; और 1857 –Eighteen Fifty Seven, India’s First War of Independence को समर्पित संग्राहलय व पूरे परिसर को ‘क्रान्ति मन्दिर’ के रूप में देश को समर्पित किया गया है।
- इसके अलावा प्रधानमंत्री ने एक वाक़्या साझा किया, जिसमें उन्होंने बताया कि जब वो लाल किले में, क्रान्ति मंदिर में, वहाँ नेताजी से जुड़ी यादों के दर्शन कर रहे थे तब उन्हें नेताजी के परिवार के सदस्यों ने एक बहुत ही ख़ास कैप, टोपी भेंट की, जिसे कभी नेताजी स्वयं पहना करते थे।
- 30 दिसंबर 2018 को प्रधानमंत्री मोदी ने अंडमान और निकोबार में एक कार्यक्रम के दौरान ठीक उसी स्थान पर तिरंगा फहराया, जहाँ नेताजी सुभाष बोस ने 75 साल पहले तिरंगा फहराया था।
- सुभाष चंद्र बोस ने आज़ादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई थी। “ दिल्ली चलो’,‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा”, जैसे ओजस्वी नारों से नेताजी ने हर भारतीय के दिल में जगह बनाई।
- प्रधानमंत्री मोदी ने बोस के उस अंदाज़ का भी ज़िक्र किया जब उन्होंने 1942 में रेडियो के माध्यम से ही ‘आज़ाद हिंद फौज’ और देश की जनता से संवाद किया था।
- आजाद हिन्द रेडियो पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम सामान्य जन के बीच काफी लोकप्रिय थे और उनके कार्यक्रमों से हमारे स्वाधीनता संग्राम के योद्धाओं को भी बहुत ताक़त मिली।
रवीन्द्रनाथ टैगोर को किया याद
- अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि गुरुदेव टैगोर एक चित्रकार भी थे। उन्होंने कई पशु-पक्षियों के चित्र बनाए।
- उनकी एक ख़ास बात थी कि गुरुदेव टैगोर ने अपने अधिकांश कार्यों को कोई नाम ही नहीं दिया। क्योंकि कि उनका मानना था कि उनकी पेंटिंग देखने वाला ख़ुद ही उस पेंटिंग को समझे, पेंटिंग में उनके द्वारा दिए गए संदेश को अपने नज़रिए से जाने।
MyGov.in पर जनता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दिया
प्रधानमंत्री ने MyGov.in पर किरण सिदर द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कई मुख्य बातें कही:
- हमारे space programme में देश के असंख्य युवा वैज्ञानिकों का योगदान है। हम इस बात का गर्व करते हैं कि आज हमारे स्टूडेंट्स द्वारा डेवलप किए गए सैटेलाइट्स और साउंडिंग रॉकेट्स अंतरिक्ष तक पहुँच रहे हैं।
- 24 जनवरी को हमारे विद्यार्थियों द्वारा बनाया गया ‘कलाम – सेट’ लॉन्च किया गया है। ओडिशा में यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए साउंडिंग रॉकेट्स ने भी कई कीर्तिमान बनाए हैं।
- देश आज़ाद होने से लेकर 2014 तक जितने स्पेस मिशन हुए हैं, लगभग उतने ही स्पेश मिशन की शुरुआत बीते चार वर्षों में हुई हैं।
- भारत ने एक ही अंतरिक्ष यान से एक साथ 104 सैटेलाइट्स लॉन्च करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया है। और जल्द ही चंद्रायन-2 अभियान के माध्यम से चाँद पर भारत की मौजूदगी दर्ज कराने वाले हैं।
रेडियो पर ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम की जल्द होगी शुरुआत
MyGov.in पर ही अंशुल शर्मा द्वारा पूछे गए एक अन्य सवाल के जवाब को कार्यक्रम में शामिल करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 29 जनवरी को सवेरे 11 बजे ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के ज़रिए वो देश भर के विद्यार्थियों के साथ बातचीत करेंगे।
- इस कार्यक्रम की ख़ास बात यह है कि इस बार स्टूडेंट्स के साथ-साथ पैरंट्स और टीचर्स भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने वाले हैं। साथ ही इस बार कई अन्य देशों के स्टूडेंट्स भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।
- ‘परीक्षा पे चर्चा’ में परीक्षाओं से जुड़े सभी पहलुओं, विशेष रूप से स्ट्रेस फ्री एग्ज़ाम यानी तनाव-रहित परीक्षा के संबंध में प्रधानमंत्री स्वयं अपने नौजवान मित्रों से बात करेंगे।
- सोशल मीडिया और नमो ऐप के माध्यम से देश की जनता इसका लाइव टेलिकास्ट भी देख सकते हैं।
“सबके लिए घर (Housing for all)” योजना पर प्रधानमंत्री मोदी ने कई बिंदुओं पर प्रकाश डाला। इस योजना के तहत 23 राज्यों के करीब 40 लाख घरों को जिओ-टैग किया गया है। इसके साथ ही मनरेगा के तहत करीब साढ़े तीन करोड़ संपत्तियों को भी जिओ-टैग किया गया।
खेलो इंडिया के तहत युवाओं की भागीदारी पर ज़ोर दिया गया
रेडियो पर प्रसारित कार्यक्रम मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा खेलो के महत्व पर भी कई अहम बाते कही गई जिसमें खिलाड़ियों के संघर्ष का भी ज़िक्र किया गया:
- खेलो इंडिया में कई युवा खिलाड़ी सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि जनवरी महीने में पुणे में खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 18 गेम्स में करीब 6,000 खिलाड़ियों ने भाग लिया।
- मुक्केबाज़ी में युवा खिलाड़ी आकाश गोरखा और महाराष्ट्र की अंडर-21 महिला कबड्डी टीम की कप्तान सोनाली हेलवी का संघर्ष भी देश की जनता से साझा किया।
- कर्नाटक से एक किसान की बेटी अक्षता बासवानी कमती ने वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक जीता। उसने जीत का श्रेय अपने पिता को दिया।
- खेलो इंडिया की ये कहानियाँ बता रही है कि न्यू इंडिया के निर्माण में सिर्फ बड़े शहरों के लोगों का योगदान नहीं है बल्कि छोटे शहरों, गाँव, कस्बों से आने वाले युवाओं-बच्चों का भी बहुत बड़ा योगदान है।
‘टॉयलेट चमकाने’ के अनोखे कॉन्टेस्ट पर जानकारी
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने टॉयलेट चमकाने के कॉन्टेस्ट के बारे में भी कुछ बातें कही जिनका सरोकार देश की जनता से सीधे तौर पर है।
- पिछले लगभग एक महीने से चल रहे इस अनोखे कॉन्टेस्ट में 50 लाख से अधिक शौचालयों ने हिस्सा ले भी लिया है।
- इस अनोखे कॉन्टेस्ट का नाम है “स्वच्छ सुन्दर शौचालय”। लोग अपने शौचालय को स्वच्छ रखने के साथ-साथ उसे रंग-रौगन करके, कुछ पेंटिंग्स बना कर सुन्दर भी बना रहे हैं।
- आपको कश्मीर से कन्याकुमारी, कच्छ से कामरूप तक की “स्वच्छ सुन्दर शौचालय” की ढ़ेर सारी फोटोज़ सोशल मीडिया पर भी देखने को मिल जाएँगी।
- प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ‘स्वच्छ सुन्दर शौचालय’ की फ़ोटो को #MylzzatGhar के साथ सोशल मीडिया पर ज़रूर शेयर करने की अपील भी की।
- 5,50,000 से अधिक गांवों ने और 600 ज़िलों ने स्वयं को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया है और ग्रामीण भारत में स्वच्छता कवरेज़ 98% को पार कर गया है।
अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 जनवरी को पूज्य बापू की पुण्यतिथि का ज़िक्र किया और कहा कि उस दिन 11 बजे पूरा देश शहीदों को श्रद्धांजलि देता है। इसके अलावा उन्होंने देश की जनता से अपील की कि वो जहाँ कहीं भी हों, दो मिनट शहीदों को ज़रूर श्रद्धांजलि दें। अंत में प्रधानमंत्री ने 2019 की यात्रा को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने की कामना की और अपनी शुभकामनाओं और धन्यवाद के साथ कार्यक्रम का समापन किया।