पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने पुलवामा हमले को लेकर पाकिस्तान का बचाव किया है। पत्रकारों द्वारा इस हमले पर टिप्पणी माँगे जाने पर सिद्धू ने कहा कि वो इसकी कड़ी निंदा करते हैं लेकिन आतंकवाद का कोई देश या धर्म नहीं होता। जब सिद्धू से यह पूछा गया कि क्या इस हमले की वजह से करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण और खुलने पर कोई असर पड़ सकता है, तो वह इस सवाल को टाल गए।
पुलवामा पर सिद्धू ने किया पाकिस्तान का बचाव, बोले-आतंकवाद का कोई देश नहीं होता #PulawamaTerrorAttack #PulwanaAttack #BadlaKab #Sidhu pic.twitter.com/zTwCJHs8Mn
— Baap of Piddis (@BPiddis) February 15, 2019
पाकिस्तान पोषित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा अंजाम दिए गए पुलवामा हमले में 40 से भी अधिक सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए हैं। भारत ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ एक्शन लेने की शुरुआत करते हुए पाक को दिया एमएफएन का दर्जा भी वापस ले लिया है।
इस हमले पर बोलते हुए सिद्धू ने कहा: “आतंकवाद का कोई देश नहीं होता। आतंकियों का कोई मजहब नहीं होता। पुलवामा हमला एक कायरतापूर्ण कार्रवाई है। मैं इस घटना की निंदा करता हूँ। जो भी लोग इस आतंकी हमले के लिए ज़िम्मेदार हैं उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। क्या इससे ज्यादा कुछ बोलना ज़रूरी है?”
. @sherryontopp सिद्धू जी आपके लिए पायल भेजी है उपहार में, पहन के अपने यार दिलदार इमरान खान की धुन पर नाचिए pic.twitter.com/SImgnI6Ugz
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) February 15, 2019
बता दें कि पाकिस्तान से मैत्रीपूर्ण रिश्ता रखने की वकालत करने वाले सिद्धू जनरल बाजवा से गले भी मिल चुके हैं। पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में गए सिद्धू को पाक अधिकृत कश्मीर के कथित प्रधानमंत्री के साथ बैठाया गया था। अक्सर भारत के ख़िलाफ़ ज़हरीले बयान देने वाले जनरल बाजवा से गले मिलने का सिद्धू कई बार बचाव कर चुके हैं। ऐसे में, सिद्धू के ताज़ा बयान को लेकर सोशल मीडिया ने उन पर निशाना साधा।
सिद्धू का पाकिस्तान प्रेम अक्सर सामने आता रहता है। अक्टूबर 2018 में हिमाचल के कसौली में चल रहे लिटरेचर फेस्टिवल के दौरान सिद्धू ने दक्षिण भारत पर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा था कि वहाँ जाने पर भाषा से लेकर खानपान तक- सब बदल जाता है, लेकिन पाकिस्तान में कहीं भी यात्रा करने पर ऐसा नहीं होता।
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भी सिद्धू ने पाकिस्तान की तारीफ़ों के पुल बाँधे थे। एक पाकिस्तानी चैनल से बातचीत करते हुए सिद्धू ने कहा था कि शांति की पहल हमेशा से पाकिस्तान ने ही पहले की है।