उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की घटना हुई है। रायबरेली जिले के रहने वाले एक व्यक्ति ने इस्लाम धर्म त्याग कर हिन्दू धर्म स्वीकार किया था। क्षेत्र के कट्टरपंथियों को यह बात पसंद नहीं आई, इसलिए उन्होंने उसके घर को आग के हवाले कर दिया। इस घटना के दौरान घर में उसके बच्चे भी मौजूद थे। किसी तरह सभी ने अपनी जान बचाई लेकिन घटना में उनका पूरा घर जल कर राख हो गया।
सितंबर 2020 में रायबरेली, सलोन स्थित रतासो गाँव के निवासी मोहम्मद अनवर ने केकोगना घाट पर हिन्दू धर्म में वापसी की थी। धर्मांतरण के बाद मोहम्मद अनवर ने अपना नाम देव प्रकाश पटेल रख लिया था। धर्मांतरण के बाद उसके तीन बच्चों रेहान, अली और ख़ुशी का नाम देव नाथ, देवी दयाल और दुर्गा देवी कर दिया गया था। देव प्रकाश पटेल ने मुंडन करवाने के बाद पूरे विधि-विधान से हिन्दू धर्म में वापसी की थी।
रताशो, थाना सलोन- रायबरेली में मोहम्मद अनवर नें घर वापसी कर पंचगव्य, गंगाजल व भगवा वस्त्र धारण करके अपना नाम देव प्रकाश पटेल व बच्चों का नाम देवीदया, देवनाथ, दुर्गा देवी रख दिया था।
— Prashant Patel Umrao (@ippatel) January 3, 2021
कल रात प्रधान ताहिर अहमद नें देव प्रकाश का घर जला दिया है।
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लेकिन उसके आस-पास रहने वाले कट्टरपंथियों को यह बात हज़म नहीं हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ शनिवार (2 जनवरी 2021) को ग्राम प्रधान ताहिर अहमद ने देव प्रकाश पटेल के घर को आग के हवाले कर दिया। इस घटना के दौरान घर में मौजूद सभी लोग सो रहे थे। देव प्रकाश ने किसी तरह अपनी और अपने बच्चों की जान बचाई। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उसका घर पूरी तरह जल कर राख हो गया है।
सलोन एसएचओ पंकज त्रिपाठी ने ऑपइंडिया से बात करते हुए बताया, “आरोपितों पर एफ़आईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है, वारदात को अंजाम देने वालों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
दरअसल देव प्रकाश पटेल धर्मांतरण से पहले फ़कीर बिरादरी से ताल्लुक रखते थे। कुछ साल पहले उनकी पत्नी का निधन हो गया था। उनके दो बेटे और एक बेटी थी। उनके सामने जीवनयापन की बड़ी चुनौती थी।
इस बीच आस-पास रहने वाले हिन्दू परिवारों ने बिना किसी भेदभाव के उनकी काफी मदद की थी। वह इस बात से काफी प्रभावित हुए और उन्होंने इस्लाम धर्म त्याग दिया। देव प्रकाश ने हिन्दू धर्म स्वीकार करने से पहले प्रशासनिक अधिकारियों को भी सूचित किया था। साथ ही यह भी कहा था कि उन्होंने यह कदम अपनी इच्छा से उठाया है।