विगत दिनों उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के गठबंधन के साथ ही दोनों दलों के नेता लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। इसी बीच बसपा प्रमुख मायावती ने अपने जन्मदिन पर भतीजे आकाश को विरासत सौंपने को लेकर मीडिया में आई खबरों पर गहरी नाराज़गी जताई है। उन्होंने कुछ टीवी चैनलों की दलित-विरोधी मानसिकता को इन ख़बरों के लिए ज़िम्मेदार ठहराया।
अपने भतीजे आकाश को विरासत सौंपने को लेकर मीडिया में आई खबरों पर बीएसपी प्रमुख मायावती ने अपने विचार व्यक्त करते हुए मीडिया के सामने कहा कि अगर मीडिया के जातिवादी और दलित विरोधी एक तबके को आपत्ति है तो रहे, हमारी पार्टी को इसकी कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं कांशीराम की चेली हूं और उनकी तरह जैसे को तैसा जवाब देना जानती हूँ। इसी दौरान उन्होंने घोषणा की कि वह अपने भतीजे आकाश को बीएसपी मूवमेंट में शामिल करेंगी और उसे सीखने का अवसर प्रदान करेंगी।
मायावती ने मीडिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि मीडिया दलित-विरोधी है। मायावती ने कहा, “बीएसपी की बढ़ती लोकप्रियता और एसपी के साथ गठबंधन ने दलित-विरोधी पार्टियों और जातिवादी नेताओं में खलबली मचा दी है। वे लोग हमसे सीधी राजनीतिक लड़ाई लड़ने के बजाए हमारे खिलाफ़ अनर्गल बयान दे रहे हैं। दलित विरोधी मानसिकता रखने वाले टीवी चैनलों के साथ षड्यंत्र करके शरारती ख़बरें भी दिखाना शुरू कर दिए हैं, ताकी पार्टी और उसके सर्वोच्च नेतृत्व को बदनाम किया जा सके।”
हाल ही में ख़बरें आई थीं कि मायावती अपने भतीजे आकाश के राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाने जा रही हैं। मायावती ने कहा कि गरीबों के द्वारा ज्यादा केक खाने को लूट बताकर बदनाम किया गया। इसी प्रकार छोटे भाई के बेटे आकाश आनंद को लखनऊ में पार्टी में शामिल रहने को लेकर मेरे उत्तराधिकारी के तौर पर पेश करना, यह सब बीएसपी विरोधी षड्यंत्र हैं। इसी प्रकार कुछ मीडिया द्वारा साजिश के तहत चरित्र हनन का आरोप लगाने का प्रयास भी किया गया है। उन्होंने एक चैनल का नाम भी लिया।
उन्होंने कहा, “नौजवान भतीजे आकाश को जानबूझकर विवाद में घेरा जा रहा है। मेरे छोटे भाई आनंद और उनके परिवार ने 2003 के बाद से लगातार 24 घंटे हमारा हर पल साथ दिया है, इसलिए पार्टी के अधिकांश लोगों की सलाह पर मैंने कुछ समय पहले गैरराजनीतिक कार्यों के लिए उसे पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था। हालाँकि, परिवारवाद का आरोप न लगे इसलिए आनंद ने खुद ही पद छोड़ दिया। उनके इस कदम को काफी सराहा गया। अब उनका परिवार पहले से भी ज्यादा तत्परता से बीएसपी मूवमेंट के लिए समर्पित है।”
अपने इंटरव्यू में मायावती ने कहा, “मेरे जन्मदिन पर आनंद के बेटे आकाश की मौजूदगी को लेकर संकीर्ण व जातिवादी मानसिकता रखने वाले कुछ मीडिया समूह सस्ती और राजनीतिक षडयंत्र रच रहे हैं।”
मायावती ने चेतावनी देते हुए कहा, “हम दब्बू किस्म के लोग नहीं हैं, जो सुनकर बैठ जाएँगे, घबरा जाएंगे। उसका मुँहतोड़ जवाब देना भी हमें आता है। अब मैं आकाश को बीएसपी मूवमेंट से जरूर जोडू़ंगी और उसे आगे बढ़ाऊंगी।”
उन्होंने नाराज़गी जताते हुए कहा कि जातिवादी मीडिया को अगर तकलीफ़ होती है तो हो। यही मीडिया दूसरी पार्टियों में परिवारवाद को लेकर अपनी आँखें क्यों मूँद लेता है। उन्होंने कहा कि पहले मीडिया ने मेरे चप्पल आदि को लेकर काफी घिनौना षड्यंत्र रचा था। इसी तरह मीडिया के लोग अब आकाश की चप्पलों की कीमतें ऐसे बता रहे हैं, जैसे उन्होंने ही इसे खरीद कर दिया हो।