पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) तुष्टिकरण की राजनीति को लेकर आलोचनाओं के केंद्र में रहती हैं। लेकिन, विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही बंगाल की राजनीति हिंदुत्व के इर्द-गिर्द घूमने लगी है। हाल में ममता बनर्जी की चंडी पाठ से शिव पूजा तक की तस्वीरें सामने आईं है। लेकिन, लगता है ‘जय श्रीराम’ का नारा पार्टी को अभी भी सुहा नहीं रहा है।
एक टीवी डिबेट में बंगाल की बारासात लोकसभा क्षेत्र से लगातार तीसरी बार सांसद बनीं टीएमसी नेता काकोली घोष दस्तीदार ने भगवान श्रीराम और ‘जय श्रीराम’ को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने यह टिप्पणी एबीपी न्यूज के शो ‘संविधान की शपथ’ के दौरान की। बहस चुनाव में ‘धार्मिक प्रतीकों का इस्तेमाल कितना सही’ विषय पर केंद्रित थी।
ABP न्यूज़ पर रोमाना ईसार खान के डिबेट शो में उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा भी मौजूद थे। इस दौरान TMC सांसद ने कहा, “हम ‘जय श्रीराम’ बोल कर किसी की हत्या नहीं करते हैं।” उन्होंने कहा कि हम भगवान श्रीराम को भी मान्यता देते हैं। लेकिन जब उनकी पूजा की जाती है तो हम सिया-राम को साथ में बिठा कर पूजते हैं। इस पर संबित पात्रा ने उनसे पूछा, “क्या आप कभी बोल सकती हैं कि अल्लाहु अकबर बोल कर कोई बम फोड़ता है?”
उन्होंने पूछा कि क्या पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बोल सकती हैं कि ‘अल्लाहु अकबर’ बोल कर किसी ने चाकू घोंप दिया था और गर्दन काट दी थी? TMC सांसद के इस बयान पर उनकी क्लास लगाते हुए संबित ने उनसे कहा कि आप भगवान श्रीराम और माँ दुर्गा को अलग-अलग कर के नहीं देख सकते। उन्होंने पूछा कि ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए रेप करने या हत्या करने की बात कोई कैसे बोल सकता है?
बता दें कि काकोली घोष दस्तीदार पेशे से फिजिसियन भी हैं। वो तृणमूल कॉन्ग्रेस के महिला प्रकोष्ठ ‘बंगा जननी बहिनी’ की अध्यक्ष हैं। 61 वर्षीय घोष का परिवार पिछली तीन पीढ़ियों से बंगाल की राजनीति से जुड़ा हुआ है। उनके चाचा अरुण मोइत्रा प्रदेश कॉन्ग्रेस अध्यक्ष थे। नाना बंगाल के पोस्टमास्टर जनरल थे। वो गृह मामलों की लोकसभा समिति में भी शामिल हैं। उनके पति सुदर्शन घोष पश्चिम बंगाल में कैबिनेट मंत्री हैं।
उधर ममता बनर्जी को भी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। कहा जा रहा है कि डॉक्टरों की इच्छा के विरुद्ध उन्होंने खुद को वहाँ से डिस्चार्ज किया। TMC ने ऐलान किया है कि रविवार (मार्च 14, 2021) को वो अपना घोषणा पत्र जारी करेगी। 2016 के विधानसभा चुनाव में TMC ने 294 में से 211 सीटें जीत कर एकतरफा जीत दर्ज की थी। अब उसका कड़ा मुकाबला भाजपा से है, जिसे पिछली बार मात्र 3 सीटें मिली थीं।