भारत में वैक्सीनेशन अभियान ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। वहीं, कोरोना महामारी के दौरान मोदी सरकार को निशाना बनाने के लिए कुछ तथाकथित बुद्धिजीवियों द्वारा एक से बढ़कर एक झूठ बोले जा रहे हैं। इनकी फेहरिस्त बेहद लंबी है, जिसमें एक और नाम जुड़ा है तमिल अभिनेता सिद्धार्थ का।
सिद्धार्थ ने शुक्रवार (28 मई 2021) को ट्वीट किया, “सरकार द्वारा कॉरपोरेट वैक्सीनेशन अभियान को रोका जा रहा है।” ‘रंग दे बसंती’ फिल्म के अभिनेता ने ट्वीट कर पूछा कि क्या भारत में कॉरपोरेट्स घरानों को अपने कर्मचारियों को बड़े पैमाने पर टीकाकरण करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए? इसके अलावा उन्होंने पूछा कि बड़े कॉरपोरेट्स घरानों को तेजी से वैक्सीनेशन की दिशा में अपनी क्षमताओं का इस्तेमाल करने की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए?
सवाल पूछना कहीं से भी गलत नहीं है, लेकिन उससे पहले उस विषय पर रिसर्च करना बेहद जरूरी होता है। फिल्म प्रोड्यूसर, सिंगर और अभिनेता के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले सिद्धार्थ द्वारा किया गया यह दावा पूरी तरह से गलत है। दरअसल, वर्तमान में कॉरपोरेट वैक्सीनेशन अभियान पर कोई भी प्रतिबंध नहीं है, जैसा कि वह दावा कर रहे हैं। वास्तव में कई कॉरपोरेट घराने पहले से ही अपने कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को कोरोना वैक्सीन लगवा रहे हैं।
कॉरपोरेट घरानों ने अपने परिसर में वैक्सीनेशन अभियान चलाने के लिए विभिन्न अस्पतालों से करार (समझौता) भी किया है। कई कॉरपोरेट घराने अस्पताल भी चलाते हैं, वे वैक्सीनेशन अभियान के लिए खुद के अस्पतालों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
बता दें कि भारत 20 करोड़ वैक्सीनेशन करने वाला अमेरिका के बाद दूसरा देश बन गया है। वैक्सीनेशन के इस अभियान में अब सरकार के साथ-साथ कॉरपोरेट जगत भी आगे आ गया है। देश की सबसे बड़ी प्राइवेट कंपनी रिलायंस इसे लीड कर रही है, इसके मद्देनजर वो 800 से ज्यादा शहरों में अपने 13 लाख से अधिक कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों का मुफ्त में वैक्सीनेशन कर रही है। ये सबसे बड़ा कॉरपोरेट वैक्सीन ड्राइव है। इसके तहत 15 जून तक सबको एक डोज लक्ष्य रखा गया है। जो पहले वैक्सीन ले चुके है उन्हें रिम्बर्समेंट मिलेगा। इसके अलावा कई दूसरे कॉरपोरेट भी अपने स्टाफ का वैक्सीनेशन करवा रहे हैं।