‘फेमिनिज्म इन इंडिया’ की संस्थापक-सीईओ व एडिटर इन चीफ जपलीन पसरीचा ने साल 2012 में बसपा सुप्रीमो मायावती को लेकर एक आपत्तिजनक (sexist jibe) ट्वीट किया था। इस ट्वीट पर उन्होंने कल (18 मई) ही माफी मांगी थी। लेकिन अब पसरीचा का एक और पुराना ट्वीट वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने कहा था कि सभी मुस्लिम आतंकवादी हैं। यह ट्वीट पसरीचा द्वारा सितंबर 2013 में किया गया था जिसमें उन्होंने लिखा था, “Because all muslims are terrorists”.
फेमिनिस्ट जपलीन पसरीचा का लगभग 8 साल पुराना यह ट्वीट ट्विटर पर वायरल होने के बाद कई सोशल मीडिया यूजर उनकी आलोचना कर रहे हैं। यूजर्स लिख रहे हैं कि पसरीचा ‘इस्लामोफोबिया’ से पीड़ित हैं और उन्हें इसका इलाज कराने की जरूरत है। एक अन्य यूजर ने लिखा कि पसरीचा के ट्वीट घृणित हैं और वह 90% मुसलमानों की वजह से 10% मुसलमानों को बदनाम कर रही हैं।
जी आपको इस्लामोफोबिया हो चुका है किसी अच्छे चिकित्सक से अपना इलाज करायें
— ADV.BRAJMOHAN (@AdvBrajmohan) May 19, 2021
You just can’t generalized ..90% Muslims ki wajah se 10% muslims ko badnaam kr rhi ho .Not fair .Utterly disgusting
— tejashvilog (@pseudokiller69) May 18, 2021
जपलीना पसरीचा ने दी सफाई
इस पुराने ट्वीट पर आलोचना झेलने के बाद जपलीन पसरीचा ने कहा कि लोग उनके इस पुराने ट्वीट को गलत ढंग से ले रहे हैं। सफाई देते हुए पसरीचा ने कहा कि उनका यह ट्वीट व्यंग्यात्मक था।
पसरीचा के अनुसार उन्होंने 2013 में पहली इंडियन-अमेरिकन नीना दवुलुरी (Nina Davuluri) द्वारा मिस अमेरिका का खिताब जीतने के बाद यह ट्वीट किया था क्योंकि नीना के खिलाफ उस समय अमेरिका के एक बड़े वर्ग ने नस्लीय टिप्पणियाँ करते हुए उन्हें ‘अरब’ और ‘आतंकी’ कहना शुरू कर दिया था। नीना द्वारा झेले गए इसी भेदभाव के चलते पसरीचा ने यह ट्वीट व्यंग्यात्मक तौर पर किया था न कि इस्लामोफोबिया के चलते।
ज्ञात हो कि जपलीन पसरीचा ने बसपा सुप्रीमो मायावती के लिए 2012 में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने अपने एक ट्वीट में उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के बच्चे नहीं होने और उनके द्वारा जनसंख्या नियंत्रण और परिवार नियोजन की बात करने के लिए उनका मजाक उड़ाया था।
महिलाओं के मुद्दे पर जोर शोर से अपनी बात रखने वाली जपलीन पसरीचा ने बहन मायावती का मजाक उड़ाते हुए ट्वीट किया था, ”मायावती लोकसभा में परिवार नियोजन और जनसंख्या नियंत्रण के बारे में बात कर रही हैं। लालू गुस्से में बोले: बेबी, जब आप गेम खेल नहीं सकती, तो नियम मत बनाओ।” इस ट्वीट के वायरल होने पर जब उनकी आलोचना हुई तब उन्होंने कल (18 मई) इसके लिए माफी माँग ली।