जपलीन पसरीचा अक्सर अपने लेख और विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रही हैं। फेमिनिज्म इन इंडिया की संस्थापक-सीईओ व एडिटर इन चीफ जपलीन पसरीचा ने साल 2012 में बसपा सुप्रीमो मायावती को लेकर एक आपत्तिजनक (sexist jibe) ट्वीट किया था। इसको लेकर उन्होंने 9 साल बाद यानी आज (18 मई 2021) ट्वीट कर माफी माँगी है।
दरअसल, उन्होंने अपने एक ट्वीट में उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के बच्चे नहीं होने और उनके द्वारा जनसंख्या नियंत्रण और परिवार नियोजन की बात करने के लिए उनका मजाक उड़ाया था।
महिलाओं के मुद्दे पर जोर शोर से अपनी बात रखने वाली जपलीन पसरीचा ने बहन मायावती का मजाक उड़ाते हुए ट्वीट किया था, ”मायावती लोकसभा में परिवार नियोजन और जनसंख्या नियंत्रण के बारे में बात कर रही हैं। लालू गुस्से में बोले: बेबी, जब आप गेम खेल नहीं सकती, तो नियम मत बनाओ।”
Mayawati talking about family planning & birth control in Lok Sabha. Lalu got angry: Babe, when u can’t play game, don’t make rules.#lrlr
— Japleen Pasricha (@japna_p) March 19, 2012
इतने सालों के बाद ट्वीट के वायरल होने के बाद पसरीचा ने मंगलवार (18 मई 2021) को माफी माँगी। उन्होंने इसके लिए ‘internalised sexism and casteism’ को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने लिखा, ”9 साल पहले किए गए इस ट्वीट के लिए मैं बिना शर्त माफी माँगती हूँ। उस समय मैं इससे बिल्कुल अंजान थी। तब से मैंने बहुत सारे internalised sexism and casteism को अनसुना कर दिया है। मुझे माफ कर दो, हाथ जोड़ती हूँ।”
उन्होंने कहा कि नौ साल पुराने ट्वीट को लेकर उनके खिलाफ एक अभियान शुरू किया गया।
She leads @FeminismInIndia . Shame. See the amount of contempt and hatred she has for Behan Ji and Lalu ji. This joke is so sexist. @GoogleNewsInit should stop supporting her. https://t.co/yjkCorRs7F
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) May 18, 2021
वहीं, जपलीन पसरीचा द्वारा मायावती को लेकर किए गए कमेंट पर उनकी काफी निंदा भी की गई थी।
Hello all,
— Subhajit Naskar (@subhajit_n) May 18, 2021
Here is your intersectional Feminist and writer at @FeminismInIndia abusing both Mayawati Ji and Lalu Ji.
Pls look at the regressive thought process. https://t.co/V5TbRIrTrX
एक यूजर ने लिखा कि तुम फेमिनिस्ट होने का दावा करती हो, चूल्लू भर पानी में डूबकर मर जाओ जपलीन।
She claims to be fucking feminist. Chullu bhar pani me dub mar Jappeen. https://t.co/n4SB4iHAKS
— Ravi Ratan (@scribe_it) May 18, 2021
Currently she is into intersectional feminism & a writer at @FeminismInIndia. Cute. https://t.co/XevE22Bykj
— Ritesh (@outcastritesh) May 18, 2021
मालूम हो कि उनके ट्वीट ने सवर्णों के खिलाफ कई जातिवादी हमलों को हवा दे दी। अम्बेडकरवादी पत्रकार सुमित चौहान ने कहा कि सवर्ण मानसिक रूप से बीमार लोग हैं और स्वभाव से अत्यधिक जातिवादी हैं। साथ ही कहा कि ये भारत में नारीवाद का झंडा उठाये घूमती हैं।
ये भारत में नारीवाद का झंडा उठाये घूमती हैं। perfect example of ‘The Discreet Charm of The Savarna’… they are mentally sick people and highly casteist by nature https://t.co/SiqJfM7hWI
— Sumit Chauhan (@Sumitchauhaan) May 18, 2021
इससे पहले, स्टैंडअप कॉमेडियन नेविल शाल ने सोमवार (17 मई 2021) को 5 साल पुराने एक मजाक के लिए माफी माँगी थी, जिसमें उन्होंने ‘रिजर्वेशन-कोटे’ का मजाक उड़ाया था। दरअसल, पिछले कुछ दिनों से स्टैंडअप कॉमेडियन के एक वीडियो की क्लिप काफी वायरल हो रही है। इसमें वह रिजर्वेशन और मेडिकल कॉलेज में कोटा सिस्टम पर सवाल उठा रहे हैं। इसे लेकर ट्विटर पर लोगों में काफी गुस्सा दिखा, जिसके बाद शाह ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक माफीनामा पोस्ट किया था।
I am sorry. pic.twitter.com/wGKVw0kRcP
— Neville Shah (@craziebawa) May 17, 2021