कृषि कानूनों को रद्द करने की जिद पर अड़े किसानों के आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर तमाम तरीके की बयानबाजी हो रही हैं। जहाँ कई ट्विटर यूज़र्स किसानों के समर्थन में टिप्पणी करते दिख रहे, वहीं कई इसे विपक्षियों की घिनौनी राजनीति भी करार दे रहे हैं। इस बीच फिल्म मेकर अशोक पंडित ने एक ट्वीट करते हुए राहुल गाँधी की बुद्धिमता पर तंज कसा है।
एक पोस्ट के जरिए अशोक पंडित ने राहुल गाँधी का मजाक उड़ाते हुए लिखा, “राहुल गाँधी ने किसानों से 4 घंटे मुलाक़ात की। 3 घंटे तो किसान उन्हें यही समझाते रहे कि गेहूँ का कोई पेड़ नहीं होता! लेकिन वो माने नहीं! आख़िर थक कर किसानों ने पीछा छुड़ाने के लिए उनसे कहा कि गेहूँ के पेड़ इटली में होते होंगे हिंदुस्तान में नहीं!”
राहुल गांधी ने किसानों से ४ घंटे मुलाक़ात की ….
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) December 16, 2020
३ घंटे तो किसान उन्हें यही समझाते रहे
की गेहूँ का कोई पेड़ नहीं होता !
लेकिन वो माने नहीं !
आख़िर थक कर किसानों ने पीछा छुड़ाने के लिए उनसे कहा की गेहूँ के पेड़ इटली में होते होंगे हिंदुस्तान में नहीं ! #FarmersWithModi
वहीं फिर क्या था, फ़िल्म मेकर के ट्वीट करते ही उनके फॉलोवर्स ने भी कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गाँधी के जमकर मजे लेने शुरू कर दिए।
आज का यह बेस्ट लाइन था सर😂😂🤣
— Nationalist Krishna (@HarHarMahadev03) December 16, 2020
भैया राहुल बता रहा के अब खटाखट सारे दिन भी करे तब भी पाणी नही निकलता😂 pic.twitter.com/i3ZegVyKNt
— Awnish Baria (@awnishbaria) December 16, 2020
‘देसीकाउंटी’ नाम से एक यूजर ने कॉन्ग्रेस आलाकमान के बेटे की खिल्ली उड़ाते हुए लिखा, “अगर गेहूँ के पेड़ नहीं होता तो आलू कहाँ से निकलता है? पप्पू ने पूछा। तो इसपर किसान ने बोला- फैक्ट्री में बनता है। पप्पू बोला- मुझे मालूम नहीं था पहले, मैं नया था राजनीति में, अब पता चला। आलू गेहूँ के पेड़ में ही उगता है। तभी तो लोग आलू की सब्जी और गेहूँ की रोटी खाते हैं।”
Agar Gehu ke ped nahi hote to Aalu kaha se nikalata hai? – Pappu ne puchcha
— Sunny California (@desicounty) December 16, 2020
Kisan: factory mai banata hai
Pappu:Mujhe maloom nahi tha pahle, mai naya tha rajniti mai. Ab pata hai..Aalu, gehu ke ped mai hi ugata hai
Tabhi to log aalu ki sabji w/gehu ki roti khate hai
वहीं Anitad नाम के यूजर ने तो इस पर सोनिया गाँधी को भी नहीं बख्शा। उन्होंने लिखा, “किसान होशियार हैं! उन्होंने ये माथापच्ची कॉन्ग्रेसी राजमाता को ही सौंप दी ! संभालो अपना बच्चा ! लेकिन उन्हें 75 साल राजमाता के बारे में भी सोचना चाहिए था, इस उम्र में अब इतनी दिमागी कवायद ठीक नहीं!”
किसान होशियार हैं ! उन्होंने ये माथापच्ची कांग्रेसी राजमाता को ही सौंप दी ! संभालो अपना बच्चा ! लेकिन उन्हें 75 साला राजमाता के बारे में भी सोचना चाहिए था इस उम्र में अब इतनी दिमागी कवायद ठीक नहीं !
— Anitad (@Anitad93771754) December 16, 2020
एक अन्य यूजर ने तो राहुल गाँधी की तस्वीर एडिट कर हल के साथ पोस्ट की, जिसमें लिखा था, “समस्या और हल, साथ साथ”
समस्या और हल, साथ साथ pic.twitter.com/jKw40Fue6p
— Manoj K (@Manu_ked) December 16, 2020
एक यूजर ने कहा- ‘रामपुर के नवाब से कम थोड़े हैं पप्पू।’
रामपुर के नवाब से कम थोड़े है पप्पू
— Rajesh Sisodia🇮🇳भारत एक हिन्दू राष्ट्र (@Rajesh_K_Singh) December 16, 2020
गौरतलब है कि इससे पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी को एक आम आदमी पार्टी (AAP) नेता/कार्यकर्ता को धिक्कारते और वहाँ से बाहर निकालते हुए देखा गया। दरअसल, AAP कार्यकर्ता ने प्रति व्यक्ति एक केला देकर कहा था कि ये केजरीवाल सरकार ने दिया है। जिसके बाद भड़के प्रदर्शनकारियों ने उसे बाहर निकाल दिया।
See for yourself how the Aam Aadmi Party volunteer literally got kicked out of the #FarmersProtest for treating the protesting farmers like beggars. Getting just the treatment they truly deserve!! @ArvindKejriwal @raghav_chadha #MustWatch pic.twitter.com/oc1WpsaJG8
— Priti Gandhi – प्रीति गांधी (@MrsGandhi) December 15, 2020
वायरल वीडियो में एक प्रदर्शनकारी कहता है, “तुमने मुझे एक केला दिया और कहा कि ये केजरीवाल सरकार ने दिया है। क्या सरकार एक केला देगी?” प्रदर्शनकारियों ने AAP कार्यकर्ता को घेर लिया अपने पार्टी प्रमुख को प्रमोट करने के लिए उसे आड़े हाथों लिया। जिसके बाद उसने डरी हुई आवाज में कहा, “नहीं, सरकार ने एक केला नहीं दिया। यहाँ कई लोग हैं।”
इसने कृषि विरोधी कानून के प्रदर्शनकारी को और अधिक उत्तेजित कर दिया। उन्होंने गुस्से भरे लहजे में पूछा, “क्या तू हमें एक केला देकर वोट हासिल करने की कोशिश कर रहा है? तेरी हिम्मत कैसे हुई यहाँ आने की?” AAP कार्यकर्ता ने स्थिति को शांत करने के प्रयास करते हुए यह समझाने की कोशिश की कि वह वोट नहीं माँग रहा है। इसके बाद प्रदर्शनकारी ने उसे वहाँ से बाहर निकलने के लिए कहा और पास में खड़े कुछ प्रदर्शनकारियों ने उसे धक्का देकर बाहर निकाल दिया।