उत्तर प्रदेश के बदायूँ में कल शाम (19 मार्च, 2024) को साजिद ने दो हिन्दू बच्चों आयुष और हनी की उनके ही घर में गला रेत कर हत्या कर दी। आरोपित साजिद का एनकाउंटर हो गया है। इस घटना में जावेद नाम का आरोपित भी संलिप्त बताया जा रहा है। हालाँकि, अब इन हत्यारों के बचाव में भी इस्लामी कट्टरपंथी उतर आए हैं।
इस्लामी कट्टरपंथी और लिबरल इस मामले में जहाँ यह सिद्ध करने में जुटे हैं कि साजिद-जावेद और मृतक बच्चों के परिवार के बीच पुराना विवाद था। इसके जरिए वह इस हत्या को एक आपसी विवाद का रंग देना चाह रहे हैं। कुछ कट्टरपंथियों को यह चिंता है कि साजिद और जावेद की दुकान पर बदायूँ की आम जनता ने गुस्सा क्यों निकाला।
🚨 #उत्तर_प्रदेश में रामराज…
— 🇮🇳 MD_SAMEER (@SocialSameerIND) March 19, 2024
UP : जिला बदायूं में डबल मर्डर। सगे भाइयों आयुष (14 साल) और हनी (6 साल) की उस्तरा मारकर हत्या। आरोपी सैलून संचालक साजिद और जावेद हैं। पब्लिक ने आरोपियों के सैलून खोखे में आग लगाई। दोनों पक्षों में कोई पुराना विवाद था!! #UttarPradesh… pic.twitter.com/IJcUATdOI6
लगातार ट्विटर पर घृणा फैलाने और खुद को पीस पार्टी का प्रवक्ता बताने वाला शादाब चौहान इस मामले में इस बात से अधिक चिंतित दिखा कि साजिद और जावेद की दुकान पर आम जनता ने गुस्सा निकाला। शादाब ने इस बात पर जोर दिया कि जावेद और साजिद के खिलाफ गुस्सा ना दिखाया जाए।
याद रखो लोगों किसी को किसी की जान लेने का अधिकार नहीं अगर कोई ऐसा जघन्य अपराध करता है तो हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं की कोई आवारा भीड़ का झुंड जाकर किसी का घर जला दे। वह भी उसी तरह अपराधी हो जाएगा या फिर…
— Shadab Chauhan شاداب چوہان (@shadab_chouhan1) March 19, 2024
उसने यह नैरेटिव भी बढ़ाने की कोशिश की कि दोनों परिवारों के बीच विवाद था इसीलिए हत्या हुई और फिर घर जलाया गया। हालाँकि, यह स्पष्ट है कि आरोपितों का घर नहीं जलाया गया बल्कि जहाँ वह सैलून चलाते थे वहाँ तोड़फोड़ हुई है। शादाब ने एक आरोपित साजिद के एनकाउंटर को भी गलत ठहराया।
वहीं एक और बाबू खान नाम के अकाउंट ने इस बात पर जोर दिया कि अमीर हत्या करके बचते हैं और बच्चों की गला रेत कर हत्या करने वाला गरीब मुस्लिम हैं। बाबू खान ने हत्या के प्रति संवेदनशीलता ना जता कर इस मामले में हिन्दू मुस्लिम एंगल देखा और बताया कि हत्यारे मुस्लिम हैं इसीलिए उनका एनकाउंटर हुआ है।
हत्या करने वाला कोई भी हो सजा जरूर मिलना चाहिए चाहे किसी धर्म का हो अगर मुस्लिम हत्या करने वाला हो तो उसको फसी हो लिकिन अगर हिंदू हो तो फूल माला से स्वागत करो रायलिया निकालो यही हे नया भारत कानून सिर्फ गरीबों के लिए ही अमीर तो हत्या करके नेता बन जाति हे लोग स्वागत भी करते हे
— Babu Khan (@BabuKha42738595) March 19, 2024
एक और अबरार हसन ने इस बात में मुस्लिम हत्यारों की बजाय मॉब लिंचिंग जैसे मुद्दों का प्रलाप किया।
आरोपी आरोपी होता है
— Abrar Ansari 🇮🇳 (@Abrarkbd00) March 19, 2024
उसकी जगह जेल और सज़ा है
वरना कुछ लोग अपराधियों को बचाने की कोशिश करते हैं
रैली निकलते हैं मोब्लिंचिंग पे खुशियाँ मनाते हैं
एक और व्यक्ति ने इस मामले पर बता डाला कि यह ‘संघ’ की साजिश है। उसने बताया कि बच्चों की उस्तरा से गला रेतने की हत्या पहले बनाई हुई कहानी है। उसने इसे चुनाव से भी जोड़ दिया।
संघ ने काम पटा दिया😐
— S K (@divider_inchief) March 19, 2024
इतनी जल्दी जावेद पकड़ गया,मार भी दिया गया
सब रची बसी कहानी है,चुनाव से पहले कई और ऐसी गाथाएँ आयेंगी
अब सारे हिंदू बाढ़ की तरह योगी की और पुलिस की तारीफ़ और मुस्लिमों के लिए नफ़रत गालियाँ निकाल रहे है
चुनावी माहौल गरमा दिया गया
इसे ही संघ,राजनीति कहते हैं
उसने इस बात पर विश्वास करने से भी मना कर दिया कि हत्या मुस्लिम है।
मुझे यक़ीन नहीं है कि मुस्लिम ने मारा , सब झूठ और मनगढ़ंत कहानी है गोधरा की तरह से 😏
— S K (@divider_inchief) March 20, 2024
समाचार चैनल आजतक द्वारा इस सम्बन्ध में चलाई गई खबर के कमेन्ट सेक्शन में कई मुस्लिम इसे झूठी खबर बताने लगे। उन्होंने इस बात जोर दिया कि आरोपित मुस्लिम है इसलिए एनकाउंटर हुआ है।
अभी इस मामले में पुलिस की जाँच चल रही है और जावेद नाम के आरोपित की तलाश हो रही है। बच्चों का पोस्टमार्टम अभी किया जाना बाकी है। बदायूँ में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी मात्रा में फ़ोर्स तैनात किया गया है।