सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर ‘Brahmin Genes’ ट्रेंड हो रहा है। अर्थात, जो लोग ब्राह्मणों को गाली दे रहे हैं उन्हें प्रतिक्रिया के रूप में ब्राह्मण समाज के लोग भी अपनी शारीरिक बलिष्ठता, पारंपरिक वेशभूषा और सांस्कृतिक परिवेश का प्रदर्शन करते हुए तस्वीरें शेयर कर रहे हैं। ब्राह्मण समाज के कई लोगों ने अपनी-अपनी तस्वीरें ‘ब्राह्मण ज्ञानतंतु’ वाले हैशटैग के साथ शेयर कर रहे हैं। हालाँकि, कई जातिवादी लोग इन्हें निशाना बनाते हुए कह रहे हैं कि ये श्रेष्ठता का बोध है।
Brahmin genes 💪 pic.twitter.com/MCcRnviJcY
— Anuradha Tiwari (@talk2anuradha) August 22, 2024
ये सब शुरू हुआ बेंगलुरु में एक कंपनी चलाने वाली अनुराधा तिवारी के पोस्ट से, जिन्होंने अपने ट्राइसेप्स दिखाते हुए इस ‘Brahmin Genes’ लिखा। कुछ जातिवादी लगातार अत्यधिक चर्बी वाले लोगों की तस्वीरें शेयर कर ‘ब्राह्मण जीन्स’ लिख रहे थे, जिसके प्रतिक्रिया में उन्होंने ऐसा किया। वो JustBurstOut नामक कंटेंट राइटिंग एवं मार्केटिंग एजेंसी चलाती हैं। बाद में अनुराधा तिवारी ने कहा कि केवल ‘ब्राह्मण’ शब्द से ही खुद को ‘निम्न’ मानने वाले कुछ लोग चिढ़ गए, इससे पता चलता है कि असली जातिवादी कौन है। उन्होंने लिखा कि सामान्य वर्ग को न आरक्षण मिलता है, न मुफ्त की चीजें।
Brahmin genes❤️😊 💪 #BrahminGenes #जयहिन्द #जयचम्पारण pic.twitter.com/Kaz61Q4OnN
— Rakesh Pandey (@rpandey_Bravo) August 24, 2024
ऊपर जो तस्वीर आप देख रहे हैं, उसे ‘Bravo Pharma’ के CEO राकेश पांडेय ने शेयर किया। राकेश पांडेय ने भी इस हैशटैग में हिस्सा लेते हुए अपनी शारीरिक बलिष्ठता वाली तस्वीर शेयर की। इस पर जैकी यादव जैसे जातिवादी भड़क गए और कहने लगे कि सभी तो Genes से ही बने हैं। राकेश पांडेय की कंपनी करोड़ों डॉलर की है और दुबई से लेकर लंदन तक उनका कारोबार फैला हुआ है। उन्होंने दक्षिण भारत के एक दलित बहुल गाँव में दलितों के लिए मंदिर का निर्माण भी करवाया है।
#BrahminGenes here pic.twitter.com/ZlfoOZTPaA
— Raghav Awasthi (@ExecutiveListX) August 24, 2024
इसी तरह अधिवक्ता और लीगल फर्म चलाने वाले राघव अवस्थी ने भी अपनी शर्टलेस तस्वीर शेयर कर के ‘Brahmin Genes’ वाला हैशटैग डाला। कई महिलाओं ने भी खुल कर इस ट्रेंड में हिस्सा लिया और अपनी तस्वीरें शेयर की।
#BrahminGenes https://t.co/jGpZWSG6Sg pic.twitter.com/EinVX9846l
— Hetal Pandya (@Hetal_vp) August 24, 2024
Brahmins Genes 🗿 pic.twitter.com/zjWjC9odNm
— RADHE ࿗ 𓃮 (@Iamradhe_p00) August 25, 2024
वहीं कुछ लोगों ने स्वतंत्रता सेनानियों मंगल पांडेय, बाल गंगाधर तिलक और चंद्रशेखर आज़ाद की तस्वीरें भी शेयर की और ‘Brahmin Genes’ वाला हैशटैग लगाया। आखिर इस ट्रेंड की ज़रूरत ही क्यों पड़ी? इसका जवाब विचारक दिव्य कुमार सोती ने दिया है। उन्होंने दिलीप मंडल एक एक पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर किया, जिसमें ‘इंडिया टुडे’ पत्रिका के पूर्व संपादक ने लिखा था कि ब्राह्मण बलात्कारी है, बच्चियों का यौन शोषण करता है, माँग कर संपत्ति बनाई है, अवैध कब्ज़ा कर के उसने मंदिर बनाए हैं।
What needs to be understood is that popularity of #BrahminGenes trend was a result of this kind of narrative. It can metamorphise into a political backlash. Don't say later that nobody warned. pic.twitter.com/XMPG2S1FAN
— Divya Kumar Soti (@DivyaSoti) August 26, 2024
दिव्य कुमार ने कहा कि हमें ‘Brahmin Genes’ ट्रेंड की लोकप्रियता बताती है कि ये इस तरह का नैरेटिव बनाए जाने का परिणाम है। उन्होंने कहा कि ये राजनीतिक प्रतिरोध में भी बदल सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि ये कोई न कहे कि पहले चेतावनी नहीं दी गई थी।