Monday, December 23, 2024
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‘हर जगह गिरे तुम्हारी सरकार, MP कॉन्ग्रेस से नफरत करते हैं’: कमलनाथ बने ‘भक्त’ तो चढ़ गए कट्टरपंथी

शेख अजहरुद्दीन ने कमलनाथ पर अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए लिखा है कि अच्छा हुआ मध्य प्रदेश में इनकी सरकार गिर गई और अब राजस्थान के साथ ही बाकी राज्यों में भी गिर जानी चाहिए।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस नेता कमलनाथ ने अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर के निर्माण का स्वागत किया है। उन्होंने शुक्रवार (जुलाई 31, 2020) को जारी एक वीडियो संदेश में कहा कि देशवासियों को लम्बे समय से इसकी अपेक्षा और आकांक्षा थी। मंदिर निर्माण हर भारतीय की सहमति से हो रहा है और यह केवल भारत में ही संभव है।

इस वीडियो में कमलनाथ के पीछे भगवान हनुमान की तस्वीर भी नजर आ रही थी। कभी अपने को हनुमान भक्त और कभी शिवभक्त दिखाने वाले कमलनाथ अब राम भक्त के रूप में हैं।

लेकिन कमलनाथ द्वारा श्रीराम मंदिर के समर्थन में दिए गए बयान के बाद एक विशेष समुदाय के लोगों को रास नहीं आई। ट्विटर पर ही कमलनाथ के इस वीडियो में कुछ लोगों ने कमेंट में लिखा है कि यह सभी भारतीयों की सहमति से नहीं बना है।

एक ट्विटर यूजर फ़राज़ ने कमलनाथ के इस वीडियो के जवाब में लिखा है कि राम मंदिर पर आपके इस नजरिए का अंजाम आपको अगले चुनाव में भुगतना पड़ेगा। वहीं, आफताब अहमद मलिक ने इस वीडियो के जवाब में बेहद निराशाजनक भाव में लिखा है कि वो MP कॉन्ग्रेस से नफरत करते हैं और अब तक वो कमलनाथ के समर्थक थे, लेकिन अब से नहीं हैं।

‘काकावाणी’ ट्विटर हैंडल से पोस्ट करने वाले अली सोहराब ने कमलनाथ का यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा है – “सेक्युलरिज्म”

अली सोहराब के इस ट्वीट के जवाब में शेख अजहरुद्दीन ने कमलनाथ पर अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए लिखा है कि अच्छा हुआ मध्य प्रदेश में इनकी सरकार गिर गई और अब राजस्थान के साथ ही बाकी राज्यों में भी गिर जानी चाहिए।

अली सोहराब ने एक अन्य ट्वीट में बाबरी मस्जिद की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है कि आपका घर भी विवादित घोषित किया जा सकता है। अली सोहराब के इस ट्वीट के जवाब में मिस्त्र इरफ़ान ने लिखा है, “यह लोग इसी का तो फायदा उठा रहे हैं कि मुसलमान लोग हर चीज में शान्ति चाह रहे हैं। इनको हर जगह से दबा दिया जा रहा है। एक दिन यही शांति और हमारी खामोशी हमें ले डूबेगी।”

उल्लेखनीय है कि 5 अगस्त को अयोध्या में होने वाले श्रीराम मंदिर भूमिपूजन को लेकर समुदाय के कई दिग्गज नेता से लेकर अन्य लोग भी अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने हाल ही में बयान दिया है कि बाबरी विध्वंस में कॉन्ग्रेस का भी हाथ था। उन्होंने कहा कि मस्जिद के विध्वंस में संघ के साथ कॉन्ग्रेस भी मिली हुई थी।

इसके अलावा ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा था, “हम भूल नहीं सकते कि 400 साल तक अयोध्या में बाबरी मस्जिद खड़ी रही थी और उसे 1992 में अपराधी भीड़ ने ढहा दिया था…।”

ट्विटर ट्रोल राणा अयूब ने भी आज ट्वीट करते हुए लिखा है कि देश में कोरोना के 55000 नए केस सामने आए हैं, चलो मंदिर बनाते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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