Saturday, November 16, 2024
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‘कागज दिखा दिए…’: ओवैसी ने ली कोरोना वैक्सीन, पर सैफ का दामाद बोला- भारत के टीके पर भरोसा नहीं

"कोई दूसरी कंट्री टीका लगाए तो हम आँख बंदकर लगवा सकते हैं, लेकिन भारत का टीका नहीं लगवाएँगे।"

हैदराबाद के सांसद और AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी द्वारा कोविशील्ड वैक्सीन लेने के बाद सोशल मीडिया पर रिएक्शंस की बाढ़ आ गई। कुछ ने ओवैसी को सराहा तो कुछ ने उनके पुराने बयानों को लेकर उन्हें घेरा।

भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ओवैसी के टीका लगवाने के लिखा, कागज दाबे काँख में…टीका लिया लगाय…।”

अन्य यूजर्स ने ओवैसी को लेकर कहा, “देश का धान मुफ्त खाएँगे। देश का टीका लगवाएँगे। छात्रवृत्ति लेंगे, पेंशन लेंगे, सब फ्री की योजनाएँ लेंगे, अल्पसंख्यक आरक्षण लेंगे पर भारत माता की जय ओर वंदे मातरम इनके लिए हराम है। गजब के दो@ले हो।”

सत्यनारायण नाम के यूजर ने लिखा, “हिन्दुओं से इतनी नफरत करने वाले और हमेशा कौम के नाम पर मुस्लिमों को बरगलाने वाले ने कागज भी दिखा दिए और टीका भी लगवा लिया।”

करीम खान ने वैक्सीन पर अविश्वास जताते हुए कहा, “मेरी मम्मी को भी बुलाया गया था। लेकिन मैंने मना कर दिया वैक्सीन लेने से। क्योंकि ऐसा सुनने में आया था कि इससे बहुत लोगों की डेथ भी हो गई है। मगर अब साहब को देख कर हिम्मत आई है इंशाल्लाह बहुत जल्द अपनी अम्मी को भी इसका टीका दिलाऊँगा।”

दूसरी ओर बिहार में कोरोना के कारण जान गॅंवाने वाले पहले व्यक्ति रहे मोहम्मद सैफ के दामाद का कहना है कि यदि सरकार ने जबरदस्ती दे दिया तो ले लेंगे, वरना नहीं ले लेंगे। दैनिक भास्कर से सैफ के दामाद मो. साहब ने कहा, “जबरदस्ती दे देगा तो क्या करेंगे! वैसे, नहीं लेंगे। भरोसा नहीं है भारत के टीका पर। ससुर (मो सैफ) को तो कोरोना था भी नहीं। हमलोग बॉडी बाँधे, हमको तो नहीं हुआ कोरोना! घर में किसी-किसी को कोरोना बता दिया। ऐसे ही टीका भी भरोसे का नहीं है। उनके माँ-बाप भी नहीं लिए हैं। हमारे आसपास, गाँव-मुहल्ले में भी कोई नहीं विश्वास नहीं कर रहा है। हम भी नहीं करते हैं। नहीं लेंगे यह टीका।”

साहब ने कहा, “भारत में टीका पर राजनीति कर रहे हैं सब। जब कोई लक्षण दिखेगा तो टीका लगवाया जाएगा। पूरे विश्व में सबसे खराब राजनीति भारत की है। इसलिए हम लोग टीका नहीं लगवाना चाहते हैं। कोई दूसरी कंट्री टीका लगाए तो हम आँख बंदकर लगवा सकते हैं, लेकिन भारत का टीका नहीं लगवाएँगे। जहाँ राजनीति ज्यादा होती है, वहीं गड़बडी होती है। आसपास भी कोई नहीं लगवा रहा है, बस डॉक्टर लोग ही लगवा रहे हैं।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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