पाकिस्तान के कराची यूनिवर्सिटी के बाहर आत्मघाती हमला करने वाली शारी बलूच पाकिस्तान में ट्रेंड हो रही है। इस ट्रेंड में शारी को लीजेंड बताया जा रहा है। तमाम लोग उसकी वीडियो शेयर करके उसकी तारीफ कर रहे हैं। कोई उसे शहीद बता रहा है तो कोई उसे प्रेरणा कह रहा है। इससे पहले शारी की तारीफ बलूचिस्तान के स्थानीय लोगों द्वारा घटना को अंजाम देने के बाद होनी शुरू हुई थी।
ट्विटर पर ShariTheLegend हैशटैग ट्रेंड होने के साथ देख सकते हैं कि किसी ने शारी को सम्मान देते हुए उसकी तस्वीर अपने डिस्प्ले स्क्रीन पर लगाई है और किसी ने अपनी बेटी का नाम ही शारी रख दिया है।
एक ट्विटर यूजर ने शारी की फोटो मोबाइल स्क्रीन पर सेट करके स्क्रीनशॉट शेयर किया और लिखा, “मैंने अपने मोबाइल की लॉक स्क्रीन पर शारी की फोटो लगाई है। ये एक छोटा सी श्रद्धांजलि है शारी बलूच को। सिंध से शारी और अपने बलूचियों के लिए प्यार, जो अपनी मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे हैं।”
Changed my mobile lock screen photo as a tiny & humble tribute to The Legend Shari Baloch.
— Mir Abrar Jamaldini (@abrarjamaldini1) May 2, 2022
Love from Sindh for #Shari and for every other baloch struggling for freedom of their motherland.#ShariTheLegend https://t.co/gaqwVbHqSk
इसी तरह एक नवजात बच्ची की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर हो रही है। जिसके सामने केक है और उस पर लिखा है- ‘वेलकम शारी बलूच।’
2/ In this photograph you can see a new born baby and beside her a cake is kept with a welcoming message "Welcome Shari Baloch". #ShariTheLegend pic.twitter.com/4QcdkSeuaj
— Sushmit Patil Сушмит Патил सुश्मित पाटिल 🇮🇳 (@PatilSushmit) May 1, 2022
कई यूजर्स शारी बलूच को कुर्बानी का सबसे बड़ा उदाहरण मान रहे हैं। समझाया जा रहा है कि शारी सिर्फ बलूचवासियों के लिए ही नहीं बल्कि अन्य देशों के लिए भी प्रेरणा हैं।
Everything is fair in love and war.
— Nohaq Baloch (@BalochNohaq) May 1, 2022
'Shari Baloch' is the first ever women of a highest example of self sacrification in Baloch Liberation Movement.
She is not only the 'National Liberation Symbol' for Baloch Nation but to many other Nations also.#ShariTheLegend pic.twitter.com/N8XncgpQHd
गौरतलब है कि कराची यूनिवर्टी के बाहर 26 अप्रैल को चीनी नागरिकों को निशाना बनाने वाली शारी बलूच की हाल में बलूच लिबरेशन आर्मी ने वीडियो शेयर की थी। इस वीडियो में शारी कह रही थी कि उसने इतना बड़ा कदम बलूचिस्तान की आजादी के लिए और वहाँ के लोगों को दी जा रही यातनाओं के खिलाफ उठाया। वीडियो में शारी ने बताया कि कैसे पाकिस्तान के प्रति नफरत ने उन्हें इस निर्णय को लेने में मदद की।
शारी ने वीडियो में कहा, “जब महिला राजनीति कर सकती है, प्रदर्शन कर सकती है, शिक्षा ले सकती है और अपनों के लिए सड़कों पर बैठ हो सकती है तो हम आजादी की जंग का हिस्सा भी बन सकते हैं।” वीडियो में आत्मघाती हमलावर ने सभी बलूच औरतों से एक साथ आने को कहा ताकि आजादी के लिए लड़ रहे बलूच पुरुषों को साथ मिले। वीडियो में वो याद करती है कि कैसे उसे जीवन में सब मिला और जिंदगी में कोई कमी नहीं थी लेकिन फिर भी उसने ये निर्णय लिया और इसका उसे कोई गम नहीं है। उसने मजीद ब्रिगेड को शुक्रिया अदा किया कि उन लोगों ने उसे बलूच की पहली महिला फिदायीन हमलावर बनने का मौका दिया।
8/ Further Shari thanks to her colleagues in #BLA's Majeed Brigade and feels proud for giving her the opportunity to become the first #Baloch female suicide bomber.#ShariTheLegend pic.twitter.com/WDcs5Oprp9
— Sushmit Patil Сушмит Патил सुश्मित पाटिल 🇮🇳 (@PatilSushmit) April 30, 2022