हिंदू देवी-देवताओं पर फूहड़ मजाक करने वाला स्टैंडअप कॉमेडियन फारूकी मुनव्वर एक फिर से विवादों में है। इस बार उसने गोधरा में जलाकर मार डाले गए 59 कारसेवकों का मजाक उड़ाया है। गोधरा कांड के लिए उसने अमित शाह और आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया है। संज्ञान में यह वीडियो आने के बाद राष्ट्रीय सेवा संघ (RSS) ने जल्द से जल्द उस पर कानूनी एक्शन लेने की बात कही है। लेकिन सवाल अब भी यही है कि आखिर क्या समाज उस गर्त की ओर आगे बढ़ गया है जहाँ हँसने-हँसाने के लिए गोधरा नरसंहार को विषय सामग्री के तौर पर चुनना पड़े?
वीडियो में फारूकी मुनव्वर कहता है कि एक बार वो टीवी पर बर्निंग ट्रेन देख रहा था और अचानक उसके पापा ने आकर टीवी बंद कर दिया। जब उसने पूछा क्या हुआ, तो उन्होंने कहा कि ये सब बकवास मत देखा करो। उसके मुताबिक जब उसने अपने पिता से पूछा कि आखिर ऐसा क्यों? तो उन्होंने कहा कि ये गोधरा का वीडियो है और ये चैनल न्यूज चैनल है। अब यहाँ तक की बात में किसी को भी लगेगा कि कोई अंजान व्यक्ति जिसे गोधरा कांड के बारे न पता हो वो उसे बर्निंग ट्रेन कहकर बुला ही सकता है। इसमें क्या बड़ी गलती? लेकिन वीडियो में इसके बाद फारूकी की बात सुनिए। फारूकी अपने दर्शकों को हँसाने के लिए कहता है कि मुझे उस समय लगा कोई फिल्म चल रही है, जिसके निर्देशक अमित शाह और प्रोड्यूसर आरएसएस है… मुझे कुछ नहीं पता था। मैं तो बस मूवी देख रहा था।
We will serve the legal notice soon. Thanks for sharing this video. https://t.co/qgLdHSU0GW
— Friends of RSS (@friendsofrss) April 16, 2020
ऑडियंस में बैठे लोगों को भले ही ये विषय ताली बजाने और ठहाके मारकर हँसने की बात लगी, मगर सोशल मीडिया पर लोगों ने फारूकी को पकड़ लिया। ट्विटर पर सोनम महाजन ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “देखिए, मुनव्वर फारूखी किस प्रकार गोधरा कांड में मरने वाले 59 मृत कारसेवकों का मजाक उड़ा रहा है और उसका दोषी भी अमित शाह व आरएसएस को बता रहा है। अगर बंगलुरू में कोई इनके ख़िलाफ एक्शन लेने के लिए तैयार है तो मुझे एफआईआर कॉपी का मसौदा तैयार करने और हर समर्थन देने में खुशी होगी।”
गौरतलब है कि इससे पहले फारूकी ने राम-सीता के नाम पर मजाक उड़ाया था। इसको लेकर उस पर एफआईआर भी दर्ज हुई थी। बॉलीवुड के एक गाने का जिक्र करते हुए फारूकी कहा था, “मेरा पिया घर आया ओ राम जी। राम जी डोंट गिव अ फ़*** अबाउट पिया। यह सुन राम जी कहते हैं मैं खुद चौदह साल से घर नहीं गया। अगर सीता ने सुन लिया, वो तो शक करेगी। सीता को तो माधुरी पे पहले से ही शक है। वो गाना है तेरा करूँ गिन-गिन इंतजार। उसे लग रहा है वनवास गिन रही है 14 पर आकर रुक गई।”
बता दें, फारूकी मुनव्वर के इस कॉमेडी के नाम पर बनाए गए बिना सर-पैर के चुटकुलों पर ट्विटर ही नहीं, बल्कि उसके यूट्यूब चैनल पर भी आपत्ति जताई गई है। दर्शकों का कहना है कि हिंदुत्व पर चुटकुले बनाना आसान है, लेकिन उसे अल्लाह या पैगम्बर पर भी चुटकुले बनाने की कोशिश करनी चाहिए।
गोधरा कांड: कारसेवकों को जलाने की साजिश
यहाँ बता दें, गोधरा में 7 फरवरी 2002 की सुबह साबरमती एक्सप्रेस के कोच एस-6 को जला दिया गया था। इस घटना में 59 कारसेवकों की मृत्यु हो गई थी। ये कारसेवक अयोध्या से विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित पूर्णाहुति महायज्ञ में भाग लेकर वापस लौट रहे थे। 27 फरवरी की सुबह ट्रेन 7:43 बजे गोधरा पहुँची। जैसे ही ट्रेन गोधरा स्टेशन से रवाना होने लगी उसकी चेन खींच दी गई। ट्रेन पर 1000-2000 लोगों की भीड़ ने हमला किया। भीड़ ने पहले पत्थरबाजी की फिर पेट्रोल डालकर उसमें आग लगा दी। इसमें 27 महिलाओं, 22 पुरुषों और 10 बच्चों की जलने से मृत्यु हो गई। जाँच रिपोर्ट के अनुसार गोधरा दुर्घटना एक षड्यंत्र था। मुख्य षड्यंत्रकारी गोधरा का मौलवी हुसैन हाजी इब्राहिम उमर और ननू मियाँ थे। इन्होंने सिग्नल फालिया एरिया के मुस्लिमों को भड़का कर इस षड्यंत्र को अंजाम दिया था। ट्रेन को जलाने के लिए रज्जाक कुरकुर के गेस्ट हाउस पर 140 लीटर पेट्रोल भी एकत्रित किया गया था।