सोशल मीडिया पर हिन्दू त्योहारों को बदनाम करने का प्रयास कोई नया नहीं है। साथ ही हिन्दू त्योहारों के समय जबरदस्ती का ज्ञान देने की भी एक अलग ही परंपरा है, जो लिबरल गिरोह काफी समय से निभाता रहा है। हाँ, इस बार चार राज्यों में भाजपा की जीत (खासकर उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वापसी) और ‘The Kashmir Files’ के ब्लॉकबस्टर होने से ये सब थोड़ा कम देखने को मिला। लेकिन, स्वागता यादवर जैसी ‘स्वतंत्र पत्रकारों’ ने होली को बदनाम करने के लिए पूरा उपक्रम किया।
‘द प्रिंट’, ‘इंडिया स्पेंड’, ‘फैक्ट चेकर’ और ‘द वीक’ जैसे मीडिया संस्थानों में काम कर चुकीं स्वागता यादवर ने लिखा, “होली के दौरान ‘जय श्री राम’ के नारे लग रहे हैं। कुछ क्षण के लिए तो मैं एकदम से शांत हो गई। मैं, एक हिन्दू महिला, इस देश में सुरक्षित महसूस नहीं करती। अन्य अल्पसंख्यकों के साथ मैं सिर्फ सहानुभूति ही प्रकट कर सकती हूँ। अकेली यात्रा कर रही एक महिला के लिए होली सबसे डरावना समय होता है।”
तथाकथित ‘स्वतंत्र पत्रकार’ ने शुक्रवार (18 मार्च, 2022) को होली की बात करते हुए दावा किया कि उन्हें उस दिन एक ऑटो लेना पड़ा था और वो रास्ते भर प्रार्थना करती रही थीं। बाद में जब लोगों ने उनसे कहा कि वो यहाँ सुरक्षित महसूस नहीं करतीं तो पाकिस्तान चली जाएँ, तो इसका जवाब देते हुए स्वागता यादवर ने कहा कि जब कोई महिला डरी होती है तो उसका आशय धर्म नहीं, बल्कि कट्टरपंथी अनुयायियों से होता है और वो कुछ भी हो सकते हैं – हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई।
Slogans of Jai Shri Ram while playing Holi. I froze for a moment. I, hindu woman, don't feel safe in this country. I can only empathise with other minorities. And Holi is the scariest time to be a woman travelling alone. I had to take an auto yesterday and I prayed so hard.
— Swagata Yadavar (@swagata_y) March 18, 2022
उन्होंने दावा किया कि कट्टरपंथी सबसे पहले काम महिलाओं की स्वतंत्रता को भंग करने का ही करते हैं। उनके अनुसार, कट्टरपंथी तय करते हैं कि महिलाएँ कैसे कपड़े पहनें, क्या पढ़ाई करें और कहाँ काम करे। उन्होंने कहा कि जब युवक ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हैं तो उन्हें डर लगता है। उन्होंने कहा कि यहाँ वैसा ही तालिबान बनाया जा रहा है जिससे आप घृणा करने का दिखावा करते हैं, लेकिन असल में उससे प्रभावित हैं।
The first thing fundamentalists do is curb the freedom of women. Try to control our clothes, what we study, where we work. So yes, I am afraid of Jai Shri Ram chanting youth. You are creating the same kind of Taliban that you seem to hate but are obsessed about.
— Swagata Yadavar (@swagata_y) March 19, 2022
हालाँकि, लोगों ने उन्हें याद दिलाया कि ये सब इस्लामी मुल्कों में होता रहा है और तालिबान जैसे इस्लामी कट्टरपंथी संगठन ही ऐसा करते रहे हैं। कइयों ने स्वागता यादवर की कहानी को फेक करार दिया, जिसके जवाब में उन्होंने दावा किया कि इस देश में रहने वालों को सच्चाई पता है। उन्होंने अपनी ट्वीट के रिप्लाइज भी ऑफ कर दिए थे। लोगों ने कहा कि होली पर ऐसे आरोप लगाने से पहले उन्हें जान तो लेना चाहिए कि होली है क्या।