लालकृष्ण आडवाणी ने ये रथयात्रा सिर्फ राम मंदिर के लिए नहीं निकाली थी, बल्कि इसका उद्देश्य था देश की सांस्कृतिक पहचान को पुनः पुष्ट करना। उनका सीधा कहना था - राम के मुकाबले बाबर को खड़ा करने का प्रयास गलत है।
अयोध्या में बने रामपथ में प्री-मानसूनी बारिश की वजह धँसान होने से काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिसके बाद सरकार ने कठोर कदम उठाते हुए 6 इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया।