मामले में छर्रा थाने में FIR लिखवाई गई है। ऑपइंडिया के पास FIR की कॉपी मौजूद है। पीड़ित विकास को गंभीर चोटों के चलते अलीगढ़ के एक अस्पताल रेफर किया गया है।
दारोगा सचिन कुमार ने कोर्ट में ही रिमांड प्रपत्र और केस डायरी जज अभिषेक त्रिपाठी के सामने फेंक दी। दारोगा ने कहा, "यह कागज आप ही रख लें। हम आरोपितों को ले जा रहे हैं।"
सचिन का आरोप है कि मजिस्ट्रेट अभिषेक त्रिपाठी ने बार-बार उन्हें अपने केबिन में बुला कर अभद्रता की और मुस्लिमों को फर्जी तौर पर गिरफ्तार करने की बात कही।