Monday, November 18, 2024

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इतिहास

अंग्रेजों के खिलाफ क्रांति की अमर मिसाल प्रीतिलता वड्डेदार: महज 21 साल की उम्र में देश के लिए दिया सर्वोच्च बलिदान

मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले कई वीर स्वतंत्रता सेनानी गुमनामी में चले गए। इनमें से एक बंगाल की पहली महिला बलिदानी प्रीतिलता वड्डेदार भी हैं।

अंग्रेजों से रेवाड़ी को दिलाई मुक्ति, स्वतंत्रता के लिए दुनिया की खाक छानी: काबुल में राव तुला राम ने ली थी आखिरी साँस

सन 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नायकों में एक राव तुला राम की आज (23 सितंबर) पुण्यतिथि है। राव तुला राम का जन्म 9 दिसंबर 1825 के दिन रेवाड़ी में हुआ था।

‘मुस्लिमों का सबसे बड़ा दुश्मन’, शिव के भक्त: ‘आदिवराह’ के सामने अरबों ने भी टेक दिए थे घुटने, 50 साल तक किया राज

क्या आप भारत में 'इस्लाम के सबसे बड़े दुश्मन' के बारे में जानते हैं? मुद्दा ये नहीं कि वो गुर्जर थे या राजपूत, सम्राट मिहिर भोज एक हिन्दू थे, जिन्होंने मुस्लिम आक्रांताओं को फटकने भी न दिया।

38 हिंदुओं का सिर कलम, खोपड़ी काट-काट कर फेंकी गई: मोपला का वो नरसंहार जब 3 दिन तक कुएँ से आती रहीं आवाजें

मोपला में हिंदुओं का नरसंहार थोड़ा अलग था क्योंकि मुस्लिमों को लग रहा था कि वो ब्रिटिशों को उखाड़ कर वहाँ इस्लामी राज्य स्थापित कर लेंगे।

कोहाट दंगे: खिलाफ़त आंदोलन के लिए हुई ‘डील’ ने कैसे करवाया था हिंदुओं का सफाया? 3000 का हुआ था पलायन

10 सितंबर 1924 को करीबन 4000 की मुस्लिम भीड़ ने 3000 हिंदुओं को इतना मजबूर कर दिया कि उन्हें भाग कर मंदिर में शरण लेनी पड़ी। जो पीछे छूटे उन्हें मार डाला गया।

वो जाट राजा जिन्होंने अफगानिस्तान में बनाई भारत की पहली सरकार: नेहरू ने दी उपेक्षा, मोदी सरकार में सम्मान

जाट राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने 1915 में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में भारत की पहली निर्वासित सरकार का गठन किया, जिसके वो राष्ट्रपति बने।

माँ ज्वाला मंदिर में कटवाई गाय, वराह की मूर्ति तोड़ तालाब में फिंकवाया: शराबी जहाँगीर को बताया जाता है उदार

जहाँगीर द्वारा माँ ज्वालामुखी मंदिर में गाय काटने वाली बात छिपा ली जाती है। उसने भगवान वराह की मूर्ति खंड-खंड करवा तालाब में फिंकवा दी।

पहले खुदीराम बोस… दूसरे कौन? 20 की उम्र में मुस्कराते हुए फाँसी पर चढ़ने वाले क्रांतिकारी, जिन्होंने सुनवाई में वकील भी नहीं किया

क्रांतिकारी कन्हाईलाल दत्त को अलीपुर जेल में सत्येन्द्रनाथ बोस के साथ मिल कर गद्दार नरेन्द्र गोस्वामी को मौत के घाट उतारने के लिए जाना जाता है।

1947 ही नहीं, पहले भी कई बार हुआ था भारत का विभाजन: 9 देश, जो कभी हुआ करते थे ‘अखंड भारत’ का हिस्सा

क्या आपको पता है कि पाकिस्तान के अलावा कई अन्य देश भी हैं जो कभी भारत का हिस्सा हुआ करते थे? भारतवर्ष कैसे टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया, देखिए।

स्वामी विवेकानंद ही नहीं, शिकागो में इन्होंने भी लहराई थी धर्म की ध्वजा: वो गाँधी, जिन्हें हम भूल गए…

आज हम आपको ऐसे व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें विश्व धर्म संसद में बड़े ध्यान से सुना गया था - स्वामी विवेकानंद के साथ। वो भी गाँधी ही थे, वीरचंद राघवजी गाँधी।

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