जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आज़ाद के भतीजे मुबशर आजाद ने कॉन्ग्रेस को 'स्वार्थी पार्टी' और खुद को मोदी से प्रभावित बताते हुए भाजपा का दामन थामा।
इस फैसले से जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री, फारूक अब्दुल्ला, उनके बेटे उमर अब्दुल्ला, गुलाम नबी आजाद और महबूबा मुफ्ती इस फैसले से प्रभावित होंगे।
“मुझे बहुत सारे नेताओं की बहुत सी बातें अच्छी लगती हैं। मैं खुद गाँव का हूँ और बहुत गर्व होता है। हमारे पीएम मोदी भी कहते हैं कि वह गाँव से हैं। कहते हैं कि बर्तन माँजते थे, चाय बेचते थे...."
आजाद का कहना है कि किसी युवा मुस्लिम नेता के लिए देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना देखना काफी मुश्किल है। उन्होंने कहा, "निकट भविष्य में मैं ऐसा होते हुए नहीं देख रहा हूँ।"
"मुझे हिंदुस्तानी होने पर फख्र होता है कि हम हिंदुस्तानी मुसलमान हैं। बल्कि मैं तो कहता हूँ कि आज विश्व में किसी मुसलमान को गौरव होना चाहिए तो वो हिंदुस्तान के मुसलमान को होना चाहिए।”