30 जून की शाम करीब 4 बजे लड़की अपने घर के बाहर खेल रही थी और इसी बीच वह गायब हो गई। लड़की के माता-पिता ने बच्ची के लापता होने की शिकायत उसी शाम को करीब 7 बजे पुलिस थाने में कराई।
यह पहला मौका नहीं है कि जब एजाज खान ने समाज में नफरत और सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने के लिए इस तरह की हरकत की हो। पिछले साल भी एजाज़ खान को फेसबुक पर वीडियो के माध्यम से लोगों में नफरत और दंगे भड़काने के बारे में उकसाते हुए पाया गया था।
कॉन्ग्रेस शासित राजस्थान में जिस तेजी से रेप की घटनाओं में इजाफा हुआ है, उसी रफ्तार से महिला सुरक्षा की बात करने वालों की चुप्पी गहरी हुई है। विशेष मामलों में पुलिस का रवैया भी हैरान करने वाला है।
पुलिस ने तूतीकोरिन में पी जयराज और उनके बेटे जे बेनिक्स को निर्धारित समय के बाद भी मोबाइल की दुकान खोले रखने पर 19 जून को गिरफ्तार किया था। बाद में उनकी हिरासत में ही यातना से मृत्यु हो गई।
अभियुक्त फसाहत अली को तोपखाना गेट के पास से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस रिकॉर्ड में आजम खान के मीडिया प्रभारी पर यतीमखाना प्रकरण सहित कुल 24 मुकदमे दर्ज हैं।
महंत और सरपंच द्वारा मिली सामान्य सूचना के आधार पर पुलिस जाँच में जुट गई हैं। सरपंच ने बताया की महंत का पोस्टमॉर्टम हो गया है। उनका अंतिम संस्कार गाँव में ही किया जाएगा।