जब दंगाइयों, अमेरिकी प्रतिष्ठान और मीडिया ने शेख हसीना के पतन का जश्न मनाया, तो बांग्लादेश के हिंदुओं के सामने एक भयावह सच्चाई उभरने लगी - वे अब जिहादियों की दया पर थे, जो सड़कों पर घूम रहे थे और उन्हें शिकार बनाने के लिए बेचैन थे।
बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति खराब होती जा रही है। महिलाएँ बता रही हैं कि इस्लामी कट्टरपंथी उनके घर को तो लूट ही रहे हैं। साथ ही उनके बच्चों को भी उठा रहे हैं।