ये बात भी गौर करने वाली है कि कॉन्ग्रेस का लाया ये एक्ट सिर्फ कर्नाटक के साथ साथ हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना जैसे कॉन्ग्रेस शासित राज्यों तक भी पहुँच सकता है।
रोहिणी का कहना है कि शुरुआत में उन्होंने सोचा कि इस मामले को अधिक तूल न दिया जाए क्योंकि उनके मन में दलित एकता की बात थी, लेकिन फिर बोलने के अलावा कोई और चारा न रहा।
नेपाल में 17 वर्ष लोकतंत्र की विफलता देखने के बाद जनता वापस राजशाही चाहती है। वह नेपाल को वापस हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहती है और इसके आंदोलन भी हो रहे हैं।
देहरादून जिले में वर्तमान स्थान मियांवाला का नाम रामजीवाला, पीरवाला का नाम केसरी नगर, चांदपुर खुर्द का नाम पृथ्वीराज नगर और अब्दुल्लापुर का नाम अब दक्षनगर किया गया है।