विपक्षी दलों को जवाब देते हुए केंद्रीय विदेश मंत्री S जयशंकर ने कहा, "इंडिया, दैट इज़ भारत, यह संविधान में है। मैं सभी को इसे पढ़ने के लिए आमंत्रित करूँगा।”
वेदों की भूमि पर वैदिक मंत्रोच्चार ही होगा न? 'सेंगोल' तमिल ही नहीं, हिन्दू गौरव का प्रतीक है। संविधान में श्रीराम और श्रीकृष्ण मौजूद हैं, फिर 'सेक्युलर' गिरोह को दिक्कत क्यों?