Wednesday, May 14, 2025

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हिंदू मंदिर देश की धरोहर

विराजमान भगवान विष्णु, प्रसिद्धि माता पार्वती और भगवान शिव को लेकर: त्रियुगीनारायण मंदिर की कहानी

मान्यता है कि रुद्रप्रयाग का त्रियुगीनारायण मंदिर वह जगह है जहाँ भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था।

भोपाल के पास भोजपुर का शिव मंदिर जो आज भी है अधूरा, कारण कोई नहीं जानता, विशालकाय शिवलिंग इसकी पहचान

मंदिर के अपूर्ण होने के पीछे कोई पुख्ता कारण नहीं है लेकिन ऐसी मान्यता है कि संभवतः मंदिर के निर्माण को लेकर कोई संकल्प रहा होगा और...

गुजरात का वह स्थान जहाँ भगवान श्रीकृष्ण ने मानव शरीर का किया था त्याग, एक बहेलिया ने मारा था उनके पैरों में बाण

भालका तीर्थ का वर्णन महाभारत, श्रीमदभागवत महापुराण, विष्णु पुराण और अन्य हिन्दू धर्म ग्रंथों में है। मंदिर में वह पीपल भी है, जिसके नीचे...

रंगनाथस्वामी मंदिर: भगवान को ले जा रहे थे लंका, कावेरी तट पर एक बार रखा तो दोबारा उठे नहीं, पूजा करने आते हैं विभीषण

जब विभीषण रंगनाथस्वामी को लेकर श्रीरंगम में कावेरी नदी के किनारे पहुँचे तो वहाँ उनकी दैनिक पूजा के लिए नीचे रखा लेकिन उठाना चाहा तो असफल रहे।

वो मंदिर जहाँ तुलसीदास को हनुमान जी ने दिए थे दर्शन, 2006 में जहाँ किया गया था आतंकी हमला: संकट मोचन मंदिर

वर्तमान संकट मोचन मंदिर के परिसर में जो पीपल का विशाल वृक्ष है, उसी के नीचे बैठकर तुलसीदास ने रामचरितमानस का एक बड़ा हिस्सा लिखा है।

दक्षिण भारत का स्वर्ण मंदिर: 100 एकड़ में फैला श्रीपुरम और 15000 किग्रा सोने से बना श्री लक्ष्मी नारायणी मंदिर

वेल्लोर से 7 किमी दूर थिरूमलाई कोडी में स्थित है श्रीपुरम आध्यात्मिक केंद्र। यहीं शुद्ध सोने से बना श्री लक्ष्मी नारायणी मंदिर है।

भगवान शिव का ऐसा मंदिर जहाँ हर 12 साल में गिरती है आकाशीय बिजली, हिमाचल प्रदेश का बिजली महादेव

हिमाचल महादेव के इस मंदिर में बिजली गिरने के बाद शिवलिंग कई टुकड़ों में विभाजित हो जाता है... फिर पुनः अपनी मूल अवस्था में लौट आता है।

गैवीनाथ धाम: जहाँ औरंगजेब ने शिवलिंग पर चलाई थी तलवार लेकिन सेना सहित जान बचाकर भागा, आज भी हैं निशान

हिन्दू धर्म में खंडित मूर्तियों की पूजा प्रतिबंधित, किन्तु गैवीनाथ धाम इकलौता मंदिर है, जहाँ खंडित शिवलिंग ही पूजे जाते हैं और इसकी मान्यता...

ओडिशा का लिंगराज मंदिर जहाँ शिवलिंग में मौजूद है 12 ज्योतिर्लिंगों का अंश, गैर-हिंदुओं का प्रवेश है वर्जित

ओडिशा के लिंगराज मंदिर के गर्भगृह में स्थापित है एक महान शिवलिंग, जो स्वयंभू माना जाता है। 8 फुट मोटे शिवलिंग में द्वादश ज्योतिर्लिंगों के अंश

1300 साल पुराना माँ लक्ष्मी का मंदिर, जहाँ साल में दो बार सूर्य की किरणें गर्भगृह में माता का करती हैं अभिषेक

कोल्हापुर के महालक्ष्मी मंदिर के गर्भगृह में स्थापित माता लक्ष्मी की प्रतिमा लगभग 7,000 वर्ष पुरानी बताई जाती है। स्वर्ण आभूषणों से...

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